प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बनी BBC की डॉक्यूमेंट्री “India: The Modi Question” को लेकर राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर खूब विवाद चल रहा है।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी, सैम पित्रोदा और जेरेमी कॉर्बिन एक साथ दिख रहे हैं।
इस तस्वीर के आधार पर यह दावा किया जा रहा है कि जेरेमी कॉर्बिन BBC से सम्बन्ध रखते हैं और राहुल गाँधी, सैम पित्रोदा मई 2022 में जेरेमी (Jeremy Corby) से मिले थे। इस बैठक के बाद ही BBC की विवादित डॉक्यूमेंट्री (BBC documentary on PM Narendra Modi) सामने आई है।
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यह दावा कितना पुख्ता है आइए इसकी पड़ताल करते हैं।
जेरेमी कॉर्बिन यूनाइटेड किंगडम के इस्लिंगटन नॉर्थ से सांसद हैं और लेबर पार्टी के नेता हैं।
जेरेमी कॉर्बिन को पहली बार 1983 में इस्लिंगटन नॉर्थ के लेबर सांसद के रूप में चुना गया था। वर्ष 2019 में वे फिर से चुने गए। इसके अलावा, उन्होंने 2015 और 2020 के बीच लेबर पार्टी के नेता के रूप में कार्य किया।
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जेरेमी के भारत विरोधी बयान
कॉर्बिन भारत को लेकर अक्सर विवादित बयान देते हुए नजर आते रहे हैं।
वे अपने हिन्दू-विरोधी नज़रिए और खुले तौर पर कश्मीर को भारत से अलग करने की वकालत करने के लिए कुख्यात हैं। शायद यही कारण है कि राहुल गाँधी के साथ उनकी तस्वीर के बाद कई तरह के दावे किए जा रहे हैं।
साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा धारा 370 को निरस्त करने और जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को हटाने के बाद कॉर्बिन ने इस मामले पर कश्मीर में मानवाधिकारों की स्थिति पर विवादित टिप्पणी की थी और भय और हिंसा को समाप्त करने के लिए संयुक्त राष्ट्र को हस्तक्षेप करने का राग अलापा था।
इसके बाद से ही जेरेमी कॉर्बिन लगातार जम्मू-कश्मीर को लेकर राग अलापते रहे हैं। इतना ही नहीं, वे भारत के कई अन्य मुद्दों पर टिप्पणियाँ करते रहे हैं।
जेरेमी कॉर्बिन किसान आन्दोलन के समर्थन एक सुनियोजित अभियान चलाते रहे हैं। उन्होंने बाकायदा एक वीडियो जारी कर कहा था कि “उन्हें भारत में किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध और हड़ताल को लेकर पूरी एकजुटता के साथ खड़ा होना चाहिए। वे सही इतिहास की ओर हैं।”
यही नहीं, जेरेमी कॉर्बिन पाकिस्तान की तर्ज पर भारत-विरोधी अभियान को समर्थन देते हैं। पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह JKLF कश्मीर जो कश्मीरी हिन्दुओं के पलायन और उनकी हत्या का जिम्मेदार है, वही समूह जेरेमी की लेबर पार्टी का समर्थन करता है।
हिन्दू काउंसिल यूके ने 26 नवम्बर, 2019 को एक पत्र लिखा। इस पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जेरेमी कॉर्बिन किस तरह से हिन्दू विरोधी भावनाओं को हवा दे रहे हैं।
पत्र में कहा गया है कि वह हिन्दुओं के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार दिवाली पर चुप रहे। उन्होंने भारत विरोधी प्रदर्शनों का समर्थन किया, जिसका लेबर पार्टी द्वारा प्रसारित हिन्दू विरोधी भावनाओं में परिणत हुआ।
इसमें यह भी कहा गया है कि लेबर पार्टी आतंकी संगठनों से मेल खाती है और उसने अपने उम्मीदवार के चयन से हिन्दू समुदाय को अलग कर दिया है।
सच क्या है?
राहुल गाँधी, जेरेमी कॉर्बिन और सैम पित्रोदा की यह तस्वीर 23 मई, 2022 की है। इंडियन ओवरसीज कॉन्ग्रेस ने इस तस्वीर को अपने ट्टिटर हैंडल पर भी शेयर किया है।
यह दावा पूरी तरह से भ्रामक है कि जेरेमी कॉर्बिन BBC के प्रोड्यूसर हैं। ब्रिटिश सांसद जेरेमी कॉर्बिन BBC से सीधे तौर पर किसी भी तरह से नहीं जुड़े हुए हैं।
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