प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की चंडीगढ़ और इंदौर की टीमों ने मुंबई में 2-3 ठिकानों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी अशोका यूनिवर्सिटी और पाराबोलिक ड्रग्स लिमिटेड कंपनी के संस्थापक सदस्य से जुड़ी धोखाधड़ी के मामले को लेकर की जा रही है। पाराबोलिक ड्रग्स केस (parabolic drug case) में ईडी ने देश के पांच शहरों में कई ठिकानों पर छापे मारे की है।
जानकारी के अनुसार ईडी की छापेमारी 17 अलग-अलग जगहों पर हो रही है। यह धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत यह कार्रवाई की गई है। दिल्ली में 7 और मुंबई के 3 स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। साथ ही पंजाब के पंचकूला, अम्बाला और चंडीगढ़ में सात स्थानों पर छापेमारी जारी है। उल्लेखनीय है कि इस मामले में कंपनी के डायरेक्टर एवं प्रमोटर प्रणव गुप्ता और विनीत गुप्ता पर 16 हजार करोड़ के बैंक फ्रॉड का आरोप है। दोनों नामी अशोका यूनिवर्सिटी के संस्थापक कमेटी के सदस्य भी हैं।
आरोपों का सामना कर रही यह कंपनी दवाओं के निर्माण में लगी हुई थी और कथित तौर पर आपराधिक साजिश के जरिए बैंक को धोखा देते हुए करीब 1600 करोड़ रुपए का गबन किया था। केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई द्वारा 2022 में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम से कथित तौर पर 1626.74 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में चंडीगढ़ स्थित पाराबोलिक ड्रग्स लिमिटेड के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। सीबीआई को उस समय अपनी जांच में करीब 1.58 करोड़ रुपये के आपत्तिजनक दस्तावेज़, लेख और नकद राशि प्राप्त हुई थी।
गौरतलब है कि सीबीआई द्वारा मामला दर्ज होने के बाद अशोक विश्वविद्यालय के दोनों सह-संस्थापकों, विनीत गुप्ता और प्रणव गुप्ता ने बोर्ड और समितियों से इस्तीफा दे दिया था। वहीं, अशोका विश्वविद्यालय ने कहा था कि पैराबोलिक ड्रग्स की जांच और संस्थान के बीच संबंध बनाने का कोई भी प्रयास निम्न स्तर का है और यह भ्रामक है।
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