आम आदमी पार्टी कार्यकाल में दिल्ली शराब घोटाले के आए दिन कोई न कोई मामले सामने आ रहे हैं। कुछ समय से ईडी अपनी जांच मे सख़्त रुख़ अपनाए हुए है। बुधवार (30 नवम्बर, 2022) सुबह प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के बड़े शराब कारोबारी अमित आरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है।
अमित अरोड़ा ‘Buddy Retail’ नामक कंपनी के निदेशक हैं। अमित अरोड़ा का पिछले हफ्ते ही एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह 100 करोड़ रुपए आम आदमी पार्टी द्वारा पंजाब चुनाव में लगाने की बात कर रहे हैं। इसके बाद एलजी ने पूरे घटनाक्रम में उचित जाँच के लिए सीबीआई को आदेश दिया था।
सीबीआई ने इसी मामले में 25 नवंबर को 7 आरोपितों पर ऐवन्यू कोर्ट मे चार्जशीट दर्ज की थी। इसमें आम आदमी पार्टी के जनसंचार कार्यकारी विजय नायर, समीर महेंद्रु, अरुण पिल्लई, अभिषेक बॉइनपल्ली, मुथू गौतम और अन्य दो लोक सेवकों के नाम भी सामने आए हैं।
बता दें कि आमित अरोड़ा Buddy retails के अलावा 13 अन्य कंपनियों के भी निदेशक हैं। अरोड़ा पर इन कुछ कम्पनियों की एक्ससाइज़ नीति से भी छेड़छाड़ करने के भी आरोप हैं। अमित की अधिकांश होटल, फ्लाइट और तमाम बुकिंग इन्ही अकाउंट से होती थी। इस बाबत ईडी ने ये छठी गिरफ्तारी की है। अरोड़ा पर मुख्यतः धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के उल्लंघन के तहत आपराधिक धाराएँ लगाई गई हैं।
अब प्रश्न उठता है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पूरी दिल्ली आबकारी नीति को दरकिनार कर अभी तक कानून को ताक में रख कर, अमित अरोड़ा को एनओसी क्यों दी हुई थी? इस पर सबसे बड़ी जानकारी यह है कि अमित अरोड़ा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के करीबी माने जाते हैं।
संभावनाएँ हैं कि अमित अरोड़ा द्वारा बहुत से राजनेताओं और कर्मचारियों को भी आर्थिक फायदे हुए। चूँकि शराब नीति तैयार होते समय अरोड़ा के साथ और लोग भी लिप्त थे, इसलिए सीबीआई उक्त जाँच के लिए आगामी समय में और गिरफ्तारियाँ भी कर सकती है
अरोड़ा की कंपनी Buddy retail दिल्ली में दो ज़ोन मे शराब का कारोबार करती है – एयरपोर्ट और ज़ोन 30। इस पर भी संशय है कि अरोड़ा ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से एनओसी ली थी या नहीं? सूत्रों के अनुसार, अमित अरोड़ा को स्थानीय अदालत में पेश किया जा सकता है जहाँ ईडी उनकी हिरासत की माँग कर सकती है।