उत्तराखण्ड स्थित केदारनाथ धाम के कपाट मंगलवार (अप्रैल 25, 2023) को तीर्थयात्रियों के लिए खोल दिए गए हैं। देवभूमि के चार धामों में से एक, बाबा केदार के धाम को 20 क्विंटल फूलों से सजाकर तैयार किया गया था। भारी बर्फबारी के बीच भी केदारधाम के दर्शन हेतु करीब 7,000 श्रद्धालु देर शाम तक घाटी में पहुँच चुके थे। सुबह 6 बजे वैदिक मंत्रोचार के साथ केदार बाबा के कपाट तीर्थयात्रियों के लिए खोले गए।
हालाँकि तीर्थयात्रा मार्ग पर हुई भारी बर्फबारी और मौसम विभाग की चेतावनी के चलते उत्तराखण्ड सरकार ने केदारनाथ धाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों से पंजीकरण आवेदन स्वीकार करना फ़िलहाल बंद कर दिया है। दरअसल मौसम विज्ञान विभाग द्वारा केदारनाथ धाम मार्ग पर भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया था।
मौसम विभाग के अनुसार, इस सप्ताह केरारघाटी में मौसम खराब रहने का अनुमान है। केदारनाथ में हुई भारी बर्फबारी ने प्रशासन के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। इसके बाद राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी थी।
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मौसम विभाग के अनुसार अगले 4 दिन मौसम खराब रहने की संभावना है। विभाग ने आकाशीय बिजली गिरने एवं तेज हवाओं के साथ येलो अलर्ट जारी किया है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली में मौसम खराब रहने का असर चारधाम की यात्रा पर भी पड़ेगा। विभाग ने बताया कि 3500 मीटर की अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर हिमपात की संभावनाएं प्रबल हैं।
भारी बर्फभारी के बीच भी तीर्थयात्रियों का पहला जत्था शनिवार को चार धाम यात्रा के लिए हरिद्वार से रवाना हुआ। यात्रा की शुरुआत अक्षय तृतिया के पावन अवसर पर यमुनोत्री धाम से शुरु हुई। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी कपाट खुलने के अवसर पर मौजूद रहना था पर खराब मौसम की वजह से वो नहीं पहुंच पाए। हालांकि मौसम ठीक होने के बाद उन्होंने बाबा केदार का आशीर्वाद लिया और पूजा अर्चना की। बता दें कि गंगोत्री एवं यमुनोत्री के कपाट 22 अप्रैल को खुल चुके हैं। अब आगामी 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट भी तीर्थयात्रियों के लिए खोल दिए जाएंगे।