श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय होने के बाद डीएमके नेता टीकेएस एलंगोवन की विवादित टिप्पणी सामने आई है। एलंगोवन ने दावा किया है कि हिंदू देवता श्री राम का जन्म मिथक है। उल्लेखनीय है कि डीएमके नेता की हिंदू विरोधी टिप्पणी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को खत्म करने की टिप्पणी के एक माह बाद आई है।
दरअसल एलंगोवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या में राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ में आमंत्रित किए जाने को लेकर प्रश्न को उत्तर दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने श्रीराम को लेकर विवादित टिप्पणियां कर दीं।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में डीएमके नेता ने कहा कि मैं क्या कह सकता हूं? उन्होंने इतिहास को ध्वस्त कर दिया है और उसकी जगह पौराणिक कथाएँ स्थापित करने का काम किया है। किसी भी देश को अपने इतिहास पर गर्व होना चाहिए, इतिहास जानना चाहिए।
उन्होंने आगे श्रीराम के जन्म पर प्रश्न करते हुए कहा कि राम का जन्म पौराणिक कथा है, रामायण की कहानी है। यह साहित्य है। वे इतिहास को पौराणिक कथाओं से बदलना चाहते हैं। भाजपा यही करने की कोशिश कर रही है। इन लोगों के सत्ता में रहते हुए, हम क्या उम्मीद कर सकते हैं। डीएमके नेता का कहना है कि वह इसे एक राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्हें राम में कोई रुचि नहीं है।
उल्लेखनीय है कि श्रीराम और हिंदू धर्म के प्रति विवादित टिप्पणी करने वाले एलंगोवन पहले नेता नहीं हैं। उनसे पहले उदयनिधि स्टालिन ने सनातन की तुलना डेंगु-मलेरिया से करते हुए इसे खत्म करने की बात की थी। वहीं डीएमके के पूर्व प्रमुख करुणानिधि ने भी श्रीराम के अस्तित्व पर प्रश्न चिह्न लगाते हुए हिंदू आस्था को चोट पहुँचाई थी। करुणानिधि ने तो दावा किया था कि रामायण में श्रीराम को शराब पीने वाला बताया गया है।
वहीं, टीएमसी नेता के बयान को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक्स पर लिखा कि हिंदू विरोधी इंडि गठबंधन के साथी डीएमके के टीकेएस एलंगोवन को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक टेपेस्ट्री के लिए सराहना की कमी लगती है। भगवान श्री राम के महत्व को खारिज करना लाखों लोगों की गहरी जड़ों वाली मान्यताओं और मूल्यों की घोर उपेक्षा है। यह खेदजनक है कि राजनीतिक पूर्वाग्रह हमारी विरासत की सराहना को धूमिल कर देते हैं।
हालांकि डीएमके नेता एलंगोवन की हिंदू विरोधी टिप्पणियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को नाराज कर दिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर डीएमके नेता के बयान की आलोचना की जा रही है।
एक एक्स यूजर ने एलंगोवन के पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा है, “ये वे लोग हैं जो सत्ता में है और राम को पौराणिक कथा कहते हैं। मूल निवासियों की आस्था पर बनी एक क्रूर आक्रमणकारी की मस्जिद को ध्वस्त करना पौराणिक कथा है? इस देश के भीतर इन जैसे दीमक की तरह है। फिर भी लेकिन लोग इन्हें रेवड़ियों के लिए चुनते हैं। अगर आगे भी इन्हें चुना गया तो यह हिंदुओं को खत्म कर देंगे।
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