गत एक जनवरी की रात दिल्ली के सुल्तानपुरी के कंझावला इलाके में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया था। 31 दिसम्बर की रात पीड़िता अंजलि अपनी दोस्त निधि के साथ तकरीबन 7 बजे होटल पहुँची। जहाँ पार्टी के बाद लगभग एक बजे दोनों घर के लिए निकलती है और तीन बजे के आस-पास अंजलि का शव मिलता है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक रात में सड़क पर करीब 13 किलोमीटर तक गाड़ी के पीछे लटकाकर घसीटा गया।अंजलि ने उस दौरान अपनी जान बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई लेकिन उसकी चीख कोई नहीं सुन पाया और अन्तत: उसकी हत्या हो गई।
सोशल मीडिया में जैसे ही मामले की तस्वीरें आई, लोग सहम उठे और एक बार फिर निर्भया काण्ड जैसी याद ताज़ा हो गई। इस खौफनाक वारदात से एक बार फिर पूरा भारत आक्रोश से भर गया और अंजलि को न्याय देने की मुहिम ने भी जोर पकड़ना शुरु किया।
वहीं इस मामले में एक नया मोड़ तब सामने आया जब अंजलि की एक कथित दोस्त निधि सामने आई जिसने दावा किया कि वह एक जनवरी की रात अंजलि के ही साथ थी।
निधि ने अपने बयान में कहा कि उस रात अंजलि और उसका साथ में न्यू ईयर सेलिब्रेट करने का प्लान था। उस दिन उन्होंने होटल में पार्टी भी की। निधि ने इस बात का भी दावा किया कि होटल में अंजलि और उसके बॉयफ्रेंड का झगड़ा हुआ और उसका बॉयफ्रेंड उसे छोड़ कर चला गया, जिसके बाद अंजलि ने शराब पी और पार्टी करने के बाद होटल से निकलने पर अंजलि शराब के नशे में थी।
निधि कहती हैं कि अंजलि नशे में ही स्कूटी चला रही थी। मैंने कई बार स्कूटी उसे मुझे देने को कहा लेकिन उसने मुझ पर विश्वास ना कर खुद पर विश्वास किया। तभी आरोपितों की गाड़ी से उसकी टक्कर हुई जिसके बाद आरोपितों ने उसे तेरह किलोमीटर आगे तक कार के नीचे घसीटा। इस बात का आरोपितों को पता भी था और अंजलि उस दौरान चिल्ला भी रही थी। इसके बावजूद उन्होंने कार नहीं रोकी।
निधि के अनुसार इस घटना को देखने के बाद वो चुपचाप अपने घर आ गई थी और उसने किसी को इसकी सूचना नहीं दी।
वहीं निधि के इस बयान के बाद अंजलि की माँ ने अपना पक्ष सामने रखा। उनका कहना है कि वो निधि को नहीं जानती। उन्होंने आज से पहले कभी भी निधि को नहीं देखा और अंजलि कभी भी शराब नहीं पीती थी, ना ही उन्होंने अंजलि को कभी भी शराब पीकर घर आते हुए देखा।
उन्होंने निधि के बयान को गलत ठहराते हुए उस पर हमला किए जाने का शक जताया है। उनका कहना है कि अगर निधि उसकी दोस्त है तो उसे अकेला क्यों छोड़ दिया?
अंजलि की माँ निधि को जानने से साफ़ इंकार कर रही है लेकिन निधि ने अपने बयान में बताया था कि वह उस दिन होटल जाने से पहले अंजलि के घर भी गई थी जहाँ वो तैयार हो रही थी। इन सब बयानों के बाद मामला गंभीर होता जा रहा है और पुलिस के लिए भी इसको सुलझाने में चुनौतियाँ सामने आ रही हैं।
मामले पर पाँच जनवरी को दिल्ली पुलिस ने एक कॉन्फ्रेंस में इस हत्याकांड की जानकारी दी। पुलिस कमिश्नर सागर प्रीत हूडा ने कहा कि मामले पर पहले पाँच आरोपितों के नाम सामने आए थे। दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल, लेकिन CCTV फुटेज के आधार पर दो और आरोपी पकड़े गए हैं।
एक आरोपी दीपक खन्ना ने बताया था कि वो गाड़ी चला रहा था परन्तु इन्वेस्टीगेशन से यह खुलासा हुआ है कि गाड़ी वह नहीं बल्कि एक अन्य आरोपी अमित चला रहा था। जिसके पुलिस के पास साइंटिफिक एविडेंस भी हैं। इस केस के तमाम पहलू जो निकल रहे है जैसे कि CCTV फुटेज उनकी जांच पड़ताल की जा रही है।
केस को लेकर आरोपियों और मामले की चश्मदीद गवाह के CDR और इन्वेस्टीगेशन के तहत कोई भी पुराने कनेक्शन सामने नहीं आए हैं। साथ ही उन्होंने अंजलि के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर बात करते हुए कहा कि जैसे ही रिपोर्ट्स सामने आएगी, मामले पर कड़ी करवाई की जाएगी। इस दौरान उन्होंने अंजलि के ड्रंक एविडन्स पर कहा कि उनका इस केस को लेकर कुछ ख़ास रेलीवन्स नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस की 18 टीम इस मामले की तेज़ी से कार्रवाई कर रही है।
वहीं निधि के बयान में अंजलि को ड्रंक बताने के बाद सोशल मीडिया में कई ट्वीट्स सामने आए। इनमे से एक ट्विटर यूजर कल्पना श्रीवास्तव जो पेशे से एक वकील हैं उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा:
“जो लड़कियां OYO जैसे होटलों में शराब पीकर अनजान लड़को के साथ रात रात अपने घर से गायब रहती है और उनके साथ अगर कोई घटना हो जाए तो मुझे ऐसी लड़कियों से कोई हमदर्दी नहीं है।”
इस ट्वीट के बाद लोगों का गुस्सा ट्टिटर यूजर पर साफतौर पर नज़र आया। इस ट्वीट से वह उन लड़कियों को जज कर रही थी जो ड्रिंक करती हैं या रातों को घर से बाहर रहती हैं।
यहाँ एक बार फिर सवाल खड़ा होता नज़र आता है कि क्या लड़कियों को आज भी अपना जीवन जीने के लिए सर्टिफिकेट या परमिशन की ही ज़रूरत है? क्या आज भी लड़कियों को खुद के दम पर जीवन जीने का हक़ नहीं?
अंजलि के साथ जो घटना हुई वह दर्दनाक थी लेकिन सोशल मीडिया पर इस घटना से परे कुछ लोग लड़की के चरित्र पर ऊँगली उठा रहे हैं। यह मामला क्राइम से जुड़ा है लेकिन लोगों को यहाँ भी लड़की के चरित्र पर सवाल खड़े करने का मौका नहीं गंवाना है।
वहीं इन सब ट्वीट के बीच दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल का भी एक ट्वीट सामने आया है जहाँ वह अंजलि की कथित दोस्त निधि पर सवाल खड़े करती नज़र आई। उन्होंने कहा,
“वो चिल्ला रही थी, चीख रही थी और ये जाकर घर सो गई। उसके मरने के तीन दिन बाद सामने आकर ये सिर्फ और सिर्फ उस लड़की को बदनाम कर रही है।”
आखिर ये कैसी दोस्त थी ?
निधि इस केस की चश्मदीद गवाह है लेकिन निधि के बयान इस केस को और भी गंभीर बना रहे हैं। मामले को लेकर कई बयान सामने आ रहे हैं। पुलिस की जाँच भी जारी है। इंतज़ार है तो अंजलि के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट्स का और अंजलि को इंसाफ दिलाने का।