IIT मुंबई में 12 फरवरी को दलित छात्र दर्शन सोलंकी द्वारा आत्महत्या किए जाने में एक नया मोड़ आ गया है, जांच एजेंसियों को उसके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें सोलंकी ने एक अन्य छात्र अरमान इकबाल को अपने आत्महत्या की वजह बताया है।
गौरतलब है कि 12 फरवरी को IIT मुंबई के एक छात्र दर्शन सोलंकी ने कॉलेज परिसर की एक इमारत की आठवीं मंजिल से कूद कर आत्महत्या कर ली थी। 18 वर्षीय दर्शन सोलंकी अहमदाबाद का रहने वाला था और कोर्स के पहले वर्ष में था।
प्रारम्भिक जांच में कहा गया था कि सोलंकी अपने शैक्षिक प्रदर्शन के चलते चिंता में था और उसी वजह से उसने आत्महत्या की लेकिन एक संगठन ने आरोप लगाया था कि छात्र के साथ जातीय उत्पीड़न हुआ है और उसी की वजह से उसने आत्महत्या की है।
छात्र की मृत्यु पर देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चन्द्रचूड़ ने भी दुःख जताया था। इस मामले को लेकर छात्र के परिवार वालों ने अहमदाबाद में प्रदर्शन किया था और कहा था कि दर्शन के साथ जातीय आधार पर उत्पीड़न किया गया था।
मामले की जांच करने में जुटी हुई एजेंसियों को अब छात्र के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, सुसाइड नोट पर लिखा हुआ है, ‘‘अरमान ने मुझे मारा है। (Arman Has Killed Me)’’ समाचार-पत्र हिन्दुस्तान टाइम्स के अनुसार, अरमान इकबाल खत्री नाम का एक छात्र दर्शन का सहपाठी है।
अंग्रेज़ी समाचार पत्र हिन्दुतान टाइम्स को मामले की जांच करने वाले अधिकारियों ने बताया कि पहले पुलिस द्वारा छात्र के कमरे की जांच करने पर कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ था लेकिन जब बाद में दर्शन की कुर्सी मेज को हटाया जा रहा था तो वहां से यह कागज प्राप्त हुआ।
मामले में उसी हॉस्टल में रहने वाले अन्य छात्रों के भी बयान दर्ज किए गए हैं और दर्शन के परिवार को भी नोट मिलने की सूचना दे दी गई है। मामले पर मृत छात्र के परिवार वालों ने मीडिया से बात करने से मना कर दिया है।
कुछ समाचार वेबसाइट ने कहा है कि मामले की सूचना दिए जाने के बाद भी छात्र के परिवार वालों ने कोई FIR अरमान इकबाल के खिलाफ नहीं लिखवाई।
वहीं, NDTV ने बताया है कि पुलिस ने इकबाल के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया गया है।
मृतक के परिवार ने लगाया था जातीय उत्पीड़न का आरोप
गौरतलब है कि मृत छात्र का परिवार पहले कह रहा था कि IIT मुंबई में दर्शन के साथ जातीय आधार पर उत्पीड़न हुआ है और दर्शन की बहन जानवी ने कहा था कि IIT में उसके साथियों ने दर्शन की जाति पता चलने पर उसके साथ घूमना-टहलना बंद कर दिया था। इस मामले को लेकर IIT मुंबई के प्रशासन ने भी जरूरी कदम उठाने की बात की थी।
IIT मुंबई द्वारा गठित एक जांच पैनल ने अपनी जांच में कहा था कि छात्र की आत्महत्या का कारण जातीय उत्पीड़न नहीं था।
हालाँकि मामले की जांच करने के लिए गठित की गई विशेष जांच टीम (SIT) ने यह बताया है कि छात्र की आत्महत्या के कारणों में से एक जातीय आधार पर उत्पीड़न था। अब यह सुसाइड नोट मिलने के बाद परिवार का बात ना करना और आरोपित के खिलाफ केस ना दर्ज करवाना मामले में नए मोड़ ला रहा है।
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