वायनाड के सांसद राहुल गांधी आज (अगस्त 8, 2023) अपनी सदस्यता बहाल होने के बाद पहली बार लोकसभा में पहुँचे और अपने भाषण की शुरुआत भारत जोड़ो यात्रा से की। यात्रा पर अपनी कहानियाँ सुनाने के साथ ही राहुल गांधी ने रूमी की एक सूक्ति को कोट करते हुए बताया कि; जो शब्द दिल से आते हैं, वे दिल में जाते हैं।
उन्होंने मणिपुर पर भी अपनी बात रखी। कांग्रेस पार्टी द्वारा कल जारी सूचना के अनुसार श्री गांधी अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में बोलने वाले पहले वक्ता होते पर किन्हीं कारणों से उन्होंने अपना भाषण 7 अगस्त को नहीं किया।
अपने भाषण की शुरुआत के साथ राहुल गांधी ने कहा कि जब वो भारत जोड़ो यात्रा पर निकले थे तो उन्हें पता नहीं था वो क्यों निकले हैं। जब लोग उनसे पूछते थे कि वो क्यों यात्रा कर रहे हैं तो वो जवाब नहीं दे पाते थे। वायनाड सांसद का कहना है कि जिस चीज से मुझे प्यार है, जिस चीज के लिए मैं मरने को तैयार हूं, जिस चीज के लिए मैं मोदी जी की जेलों में जाने को तैयार हूं, जिस चीज के लिए मैंने 10 साल हर रोज गाली खाई उस चीज को मैं समझना चाहता था।
अपने जोड़ो के दर्द पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वर्षों से मैं रोज 8-10 किमी दौड़ता हूं। मेरे दिमाग में था कि अगर मैं 10 किमी चल सकता हूं तो 25 किमी चलना कोई बड़ी बात नहीं है। उस भावना को देखूं तो वह अहंकार था। मेरे दिल में उस समय अहंकार था। मगर भारत अहंकार को एकदम मिटा देता है। 2-3 दिन में घुटने में दर्द शुरू हो गया, पुरानी इंजरी थी। 2-3 दिन में अहंकार खत्म हो गया।
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान किसानों की बात बताते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वो किसानों को समझाते थे। उनका कहना है कि मैंने किसान को देखा और वो मेरी आंख में देख रहा था। इससे जो उसके दिल में दर्द था वो मेरे दिल में आया। जो उसके आंखों में शर्म थी जब वो अपनी बीवी से बात करता था वो मेरी आंखों में आई। जब उसकी जो भूख थी वो मुझे समझ आई। उसके बाद यात्रा बिल्कुल बदल गई। मुझे भीड़ की आवाज नहीं सुनाई देती थी, मुझे सिर्फ उस व्यक्ति की बात सुनाई देती थी जो मुझसे बात करता था। मेरा दुख, मेरी चोट, मेरा दर्द खत्म हो गया था।
यह देश की आवाज है।
इसी आवाज पर बात करते हुए राहुल गांधी ने मणिपुर की बात शुरू की। जिसमें उन्होंने मणिपुर के अपने दौरे पर राहत कैंप में महिलाओं से हुई बातचीत का जिक्र किया। महिलाओं के दर्द पर बात करते हुए वायनाड सांसद ने विवादित बयान देते हुए कहा कि इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है। इनकी राजनीति ने मणिपुर को नहीं हिंदुस्तान में मणिपुर को मारा है। उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि; भारतमाता की हत्या आपने मणिपुर में की। भारतमाता को आपने मणिपुर के लोगों को मारा। आपने मणिपुर के लोगों को मारकर भारत की हत्या की है। आप देशद्रोही हो, आप देशभक्त नहीं हैं, आपने देश की हत्या मणिपुर में की। इसीलिए आपके प्रधानमंत्री मणिपुर में नहीं जा सकते हैं। क्योंकि उन्होंने मणिपुर में भारत माता की हत्या की है।
मणिपुर पर प्रधानमंत्री मोदी और सरकार को घेरने के लिए भारतमाता की हत्या की बात करने पर राहुल गांधी को अपने दल के सदस्यों से मेज़ थपथपा कर समर्थन और ट्रेज़री बेंच से भारी विरोध का सामना करना पड़ा। बीजेपी सासंद स्मृति ईरानी ने कहा कि मणिपुर खंडित नहीं है। विभाजित नहीं है। मणिपुर देश में है। इन्हीं के सहयोगी हैं जिन्होंने कहा था कि इंडिया का मतलब केवल नॉर्थ इंडिया है। राहुल गांधी हिम्मत है तो इसका खंडन करें।
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि सदन में वायनाड सांसद ने भारत मां की हत्या की बात की और कांग्रेस सांसद उसपर ताली बजाते रहे।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी कश्मीर पंडितों के नरसंहार पर घेरा और कहा कि भारत की आवाज वहां से नहीं आती क्या?
वहीं, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि मणिपुर में हिंसा की समस्या कांग्रेस के कारण पैदा हुई है। राहुल गांधी को जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी ने जो कहा है इसकी जिम्मेदार कांग्रेस पार्टी है। राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। नॉर्थ ईस्ट में इनकी पार्टी ने इतने साल शासन किया है। मणिपुर में मिलिटेंट कांग्रेस पार्टी के कारण पैदा हुआ है।
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