ऐसा लग रहा है कि कांग्रेसी नेताओं ने महिला नेत्रियों के साथ अपमानजनक व्यवहार करना परिपाटी बना ली है। अब झारखंड में भाजपा नेता सीता सोरेन उस समय रो पड़ीं जब कांग्रेसी मंत्री इरफान अंसारी ने उनकी बारे में अपमानजनक टिप्पणी कर दी।
ये विवाद तब बड़ा जब कांग्रेस के नेता इरफ़ान अंसारी ने सीता सोरेन को “खारिज की गई” और “उधार ली गई” खिलाड़ी कह दिया।
जमताड़ा सीट से झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ रहीं सोरेन नामांकन पत्र दाखिल करने से एक दिन पहले प्रेस को संबोधित कर रही थीं। इसी दौरान वे इरफान अंसारी द्वारा उनके खिलाफ की गई टिप्पणी पर बोलते हुए रो पड़ीं और कहा कि आदिवासी समुदाय ने उन्हें आदिवासी गांवों में प्रवेश करने से रोकने का फैसला किया है।
आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव में जामताड़ा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की सीता सोरेन भाजपा की उम्मीदवार हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के इरफान अंसारी से है, जो इस सीट से इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार हैं। झारखंड राज्य के लिए आंदोलन में अपने दिवंगत पति दुर्गा सोरेन की भूमिका को याद करते हुए सीता सोरेन ने पूछा कि क्या उनके खिलाफ ऐसी टिप्पणी की जा सकती है, सिर्फ इसलिए कि उनके पति अब नहीं रहे।
रविवार को मीडिया से बात करते हुए सीता सोरेन ने कहा, “मैं उन्हें माफ नहीं करूंगी। जिस तरह से उन्होंने मेरे खिलाफ टिप्पणी की, क्या उन्हें नहीं पता कि मैं कौन हूं, किसकी पत्नी हूं और किस घर से हूं? मेरे ससुर और पति ने झारखंड के लिए आंदोलन शुरू किया। हमारे पूरे समुदाय और महिलाओं को ठेस पहुंची है।”
इसके साथ ही सोरेन ने इंडि गठबंधन से अंसारी के बयान की जिम्मेदारी लेने को भी कहा, क्योंकि वह झारखंड सरकार में मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि “हमारे समुदाय ने फैसला किया है कि उन्हें आदिवासी गांवों में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। इरफान अंसारी इंडिया अलायंस सरकार में मंत्री हैं। यह उन लोगों की भी जिम्मेदारी है जिन्होंने उन्हें मंत्री बनाया। कुछ अनुशासन होना चाहिए। सिर्फ इसलिए कि मेरे पति अब नहीं रहे,” सोरेन ने रोते हुए कहा।
इसके साथ ही भाजपा ने अंसारी की टिप्पणी के बारे में चुनाव आयोग से शिकायत की है। इसके बाद झारखंड की अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी नेहा अरोड़ा ने शनिवार को कहा कि सीता सोरेन के बारे में कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए अंसारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सीता सोरेन का कहना है कि “मैं यह नहीं समझ पा रही हूं कि उन्हें इस तरह के बयान देने की हिम्मत कहां से मिलती है। उन्हें इस तरह की टिप्पणी करने की हिम्मत कौन दे रहा है, क्योंकि झारखंड में मेरे खिलाफ कभी किसी ने इस तरह की टिप्पणी नहीं की है? पार्टी ने उनके बयान के बारे में चुनाव आयोग को सूचित कर दिया है। हम उन्हें माफ नहीं करेंगे। पूरी आदिवासी आबादी गुस्से में है।
केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि इरफान अंसारी द्वारा दिया गया बयान कांग्रेस पार्टी की “मानसिकता” को उजागर करता है। असम के मुख्यमंत्री और झारखंड चुनाव के लिए भाजपा के सह-प्रभारी हेमंत बिस्वा सरमा ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर अपनी भाभी सीता सोरेन पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले इरफान अंसारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर हमला बोला।
वहीं ये बात मीडिया के सामने आने के बाद इरफान अंसारी ने भी सफाई पेश की है। मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि ‘सीता सोरेन रिश्ते में मेरी बड़ी भाभी हैं, लेकिन चुनावी मैदान में भाजपा प्रत्याशी हैं। मैंने उनके बारे में कुछ नहीं कहा। यहां के पूर्व प्रत्याशी के बारे में कहा। सीता भाभी का नाम तक नहीं लिया। यह आरोप क्यों लगा रही हैं भाभी। यदि फिर भी आपकी भावनाओं को ठेस पहुंची है, यदि आपको लगता है ऐसा हुआ होगा, तो सरेआम आपसे मांफी मांगता हूं। चलिए मामला खत्म कीजिए।’ उन्होंने कहा कि सीता भाभी के खिलाफ कुछ भी कहा हो तो इस्तीफा छोड़ें, मैं फांसी लगा लूंगा।
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