कॉन्ग्रेस पार्टी ने ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे के बाद फेक न्यूज का शिकार हुए कवच सुरक्षा सिस्टम का एक बार फिर मजाक उड़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधने की कोशिश की है।
कॉन्ग्रेस ने कवच सिस्टम के लिए बनाई गई एक पुरानी फोटो ट्वीट की है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी को बीच में दिखाया गया था और कवच तकनीक के बारे में बताया गया था। कॉन्ग्रेस ने कवच तकनीक के फोटो की जगह एक माइक लगाया है और इसे प्रधानमंत्री का कवच बताया है।
कवच तकनीक को लेकर रेलवे पहले ही साफ़ कर चुका है कि इसे उस रूट पर नहीं लगाया गया है जिस पर यह हादसा हुआ। यह हादसा चेन्नई-हावड़ा रूट पर हुआ है जबकि अभी दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा रूट पर कवच तकनीक को लगाया जा रहा है।
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इससे पहले यूथ कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने भी रेल मंत्री का पुराना वीडियो शेयर कर ‘कवच’ तकनीक पर सवाल उठाए थे। हादसे के बारे में यह भी पता चला है कि यह बराबर की पटरियों पर चल रही ट्रेनों के आपस में एक-दूसरे से भिड़ने के कारण हुआ है न कि ट्रेनों के आमने-सामने टकराने से जबकि यह सुरक्षा तकनीक का इस्तेमाल एक ही पटरी पर चल रही ट्रेनों को आपस में भिड़ने से रोकने के लिए होता है।
कवच, पूरी तरह से भारत में निर्मित है और इसका सफल ट्रायल पिछले वर्ष रेल मंत्री की मौजूदगी में किया गया था। तब से इसे लगातार कई रूटों में लगाने का प्रयास हो रहा है परन्तु हादसे वाले पर अभी यह नहीं लगाया जा सका है। वित्त वर्ष 2022-23 में भी इसके लिए धनराशि आवंटित की गई थी।
गौरतलब है कि इस सिस्टम को 1 किलोमीटर पर लगाने की लागत 40-50 लाख है और तकनीक भी नई आई है ऐसे में इसे रेलवे के सभी रूटों पर लगने में अभी समय लगेगा लेकिन कॉन्ग्रेस ने इन सभी तथ्यों को नकारते हुए प्रधानमंत्री और स्वदेशी तकनीक दोनों पर निशाना साधना अधिक जरूरी समझा है।’
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