चीन से करोड़ों रुपए लेकर भारत में चीनी प्रापगेंडा फैलाने वाले समाचार पोर्टल ‘न्यूजक्लिक’ (Newsclick) का X (Twitter) अकाउंट सस्पेंड हो गया है। एक्स ने शुरूआती जानकारी दी है कि न्यूजक्लिक ने नियमों का उल्लंघन किया है।
ज्ञात हो कि 11 अगस्त, 2023 को पूर्व न्यायाधीशों और राजदूतों सहित 250 से अधिक बुद्धिजीवियों ने राष्ट्रपति और भारत के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बुद्धिजीवियों का कहना है कि चीन द्वारा गुप्त रूप से वित्त पोषित यह पोर्टल हमारे लोकतंत्र को चुनौती दे रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि फर्जी खबरों और छल-कपट से भारतीय करदाताओं को बरगलाया जा रहा है।
इससे पहले न्यूजक्लिक से सम्बन्धित कुछ ई-मेल का खुलासा हुआ था जिनमें कुछ विषयों पर बात की गई है, जिन पर न्यूजक्लिक फोकस करना था। मसलन, कोविड-19 महामारी के दौरान चीन का बचाव करना, भारत में किसानों के विरोध का समर्थन करना, भारतीय कम्युनिस्टों का सहयोग करना, भारत-चीन सीमा संघर्ष पर चीन का बचाव करना आदि।
बता दें कि अमेरिकी समाचार पत्र न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया था कि श्रीलंकाई मूल के अमेरिकी उद्योगपति नेविल रॉय सिंघम द्वारा वित्त पोषित न्यूजक्लिक की कवरेज असल में चीन की कम्युनिस्ट सरकार का एजेंडा है।
रिपोर्ट के अनुसार, न्यूजक्लिक को चीन से 38.05 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे। ये धनराशि कथित तौर पर गौतम नवलखा और तीस्ता सीतलवाड़ के सहयोगियों सहित कई विवादास्पद पत्रकारों को वितरित की गई थी।
बता दें कि लोकसभा में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक रिपोर्ट का मुद्दा उठाया जो कि न्यूयॉर्क टाइम्स में हाल ही में प्रकाशित हुई थी।
बता दें कि साल 2021 में, प्रवर्तन निदेशालय की एक जांच में पाया गया था कि न्यूज़क्लिक को विदेशों से 38 करोड़ रुपए की धनराशि प्राप्त हुई थी।