22 मई से श्रीनगर में होने जा रही G 20 की बैठक में चीन ने हिस्सा ना लेने का फैसला किया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है। चीन का यह कदम पाकिस्तान के आग्रह पर लिया गया बताया जा रहा है। इसके अतिरिक्त तुर्की के भी इस बैठक में हिस्सा लेने पर संशय है।
22-24 मई के बीच श्रीनगर में G 20 देशों के टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक होनी है। पाकिस्तान इस बैठक को लेकर ऐतराज जता रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने मई के पहले सप्ताह में गोवा में हुई बैठक के बाद भारत को यादगार जवाब देने की बात भी कही थी।
समाचार एजेंसी रायटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेन्बिन ने कहा कि चीन किसी भी विवादित जगह पर G20 की कोई भी बैठक आयोजित करने का विरोध करता है। चीन के अतिरिक्त सऊदी अरब और तुर्की के भी इन बैठकों के लिए पंजीयन ना कराने की खबरें हैं।
हालाँकि, तुर्की ने हाल ही में श्रीनगर में ही हुई यूथ 20 की बैठक में शामिल हुआ था। इससे कयास लगाए जा रहे थे कि वह इस मामले में पाकिस्तान का साथ नहीं देगा और भारत की अध्यक्षता वाली टूरिज्म बैठक एम् भी शामिल होगा। तुर्की से पिछले दिनों में भारत के रिश्ते कुछ सुधरे हैं।
भारत ने चीन द्वारा कश्मीर को विवादित जगह बताने और बैठक में भाग ना लेने पर जवाब दिया है। भारत ने कहा है कि वह अपनी संप्रभुता वाली किसी भी जगह पर बैठक आयोजित करने के लिए स्वतंत्र है। भारत ने यह भी कहा कि चीन से रिश्ते तब तक सामान्य नहीं हो सकते जब तक सीमा पर शान्ति का माहौल नहीं बन जाता।
इससे पहले चीन ने मार्च 2023 में अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में आयोजित की गई G20 की एक बैठक में हिस्सा नहीं लिया था। यह बैठक राज्य के विज्ञान और तकनीक विभाग ने आयोजित की थी। इस बैठक में बाकी देशों के लगभग 100 प्रतिनिधि आए थे।
पाकिस्तान लगातार भारत द्वारा 5 अगस्त 2019 को कश्मीर से धारा 370 हटाने के फैसले पर प्रलाप करता आया है। अब पाकिस्तान लगातार मुस्लिम आबादी वाले और भारत विरोधी खेमे में समझे जाने वाले असी देशों जो कि G20 का हिस्सा हैं, उनसे बैठक छोड़ने की अपील कर रहा है।
भारत ने श्रीनगर में होने वाली बैठक के लिए सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए हैं और सभी व्यवस्थाओं को चाक चौबंद किया रहा है। हाल ही में इसी को देखते हुए श्रीनगर का सौंदर्यीकरण भी कराया गया है।
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