राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंचने के कारण आम जनता के साथ-साथ उच्च पदस्थ अधिकारी भी प्रभावित हो रहे हैं। भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी नियमित सुबह की सैर पर जाना बंद कर दिया है, वे हर दिन सुबह 4 से 4:15 के बीच सैर किया करते थे। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि उनके डॉक्टर ने उन्हें घर के भीतर ही रहने की सलाह दी है ताकि वे सांस की समस्याओं से बच सकें।
मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा, “आज से मैंने सुबह की सैर पर जाना बंद कर दिया है।” उनके इस कदम से राजधानी की बिगड़ती हवा की गुणवत्ता की गंभीरता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। हवा की गुणवत्ता लगातार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है, कुछ क्षेत्र ‘गंभीर’ श्रेणी में हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली में अक्टूबर से लेकर सर्दियों के महीनों तक प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता है। इस समय पडोसी राज्यों में खेतों में पराली जलाने, निर्माण कार्यों से निकलने वाली धूल और वाहनों के प्रदूषण की वजह से स्थिति और खराब हो जाती है। कम हवा की गति के कारण भी प्रदूषक तत्व वातावरण में बने रहते हैं, जिससे सुबह के समय हवा की गुणवत्ता और अधिक खराब हो जाती है।
चंद्रचूड़ के इस कदम से साफ है कि दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति अब गंभीर रूप ले चुकी है, और यह एक व्यापक जनस्वास्थ्य संकट बनता जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे समय में नागरिकों को भी अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए बाहर की गतिविधियों से बचना चाहिए, खासकर सुबह और रात के समय।
दिल्ली के प्रदूषण को लेकर अब तक कई उपाय किए जा चुके हैं, लेकिन समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा किए गए वादों का कोई समाधान अभी तक नजर नहीं आता है।