केरल में सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) की छात्र शाखा स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के कई कार्यकर्ताओं द्वारा राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किए जाने का मामला सामने आने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केरल राज्यपाल एवं उनके आवास को सीआरपीएफ बलों की जेड+ सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है। केरल राजभवन ने शनिवार को इसकी जानकारी दी है।
दरअसल जब राज्यपाल समारोह के लिए पास के कोट्टाराक्कारा जा रहे थे तब SFI के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के खिलाफ काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया था और नारे भी लगाए थे। इसके बाद राज्यपाल खान अपने वाहन से बाहर निकले और कोल्लम जिले के निलामेल में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले एसएफआई कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग करते हुए सड़क के किनारे एक दुकान के सामने बैठ गए थे।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इस घटना के लिए पिनाराई विजयन सरकार में चल रही अराजकता को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना है कि यह वही हैं जो पुलिस को इन कानून तोड़ने वालों को संरक्षण देने का निर्देश दे रहे हैं, जिसमें संगठन (एसएफआई) के राज्य अध्यक्ष भी शामिल हैं, इनके खिलाफ कई आपराधिक मामले लंबित हैं। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री उस रास्ते से गुजर रहे होते तो क्या प्रदर्शनकारियों को सड़क किनारे पुलिस के साथ खड़े होने की अनुमति दी जाती? खान ने यह भी दावा किया कि प्रदर्शनकारियों ने उनके वाहन को टक्कर मारने की कोशिश की।
वहीं, मामले में पुलिस ने कानून के गैर-जमानती प्रावधानों के तहत 17 एसएफआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
उल्लेखनीय है कि राज्यपाल खान और केरल की एलडीएफ सरकार के बीच विवाद की स्थितियां सामने आती रहती हैं। सीपीआई (एम) का आरोप है कि राज्यपाल अपने सीनेट में हिंदू दक्षिणपंथी समूहों के समर्थकों को नियुक्त करके विश्वविद्यालयों का भगवाकरण करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, सितंबर में विधानसभा द्वारा पारित केरल सरकार भूमि असाइनमेंट (संशोधन) विधेयक को मंजूरी में देरी पर भी आरिफ मोहम्मद के खिलाफ असंतोष है।
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