ममता बनर्जी शासित पश्चिम बंगाल में पाकिस्तानी नागरिकों की भारतीय सेना में भर्ती हो रही है। CBI की एक FIR में यह बात सामने आई है।
इस मामले को लेकर शनिवार को सीबीआई ने कोलकाता और 24 उत्तरी परगना जिले में आठ स्थानों पर छापे भी मारे, जो जाली अधिवास प्रमाण पत्र बनाने में शामिल थे।
आपको बता दें कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की भर्ती में यह आरोप है कि कई उम्मीदवारों को जाली डोमिसाइल के माध्यम से सशस्त्र बलों और CAPF में अवैध रूप से भर्ती किया गया था। मामले में दर्ज FIR में यह भी सामने आया है कि इस धांधली का फायदा कई पाकिस्तानी नागरिकों को भी हुआ।
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एक महत्वपूर्ण बात यह है कि बॉर्डर एरिया में रहने वाले लोगों को कम कटऑफ पर भी सेना में भर्ती होने की सहूलियत दी जाती है। हालाँकि बंगाल में इसका गैरकानूनी ढंग से फर्जीवाडा करके इस्तेमाल किया गया और कई पाकिस्तानियों को अवैध तरीके से भर्ती करवाया गया।
पिछले साल अगस्त में कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने इस मामले की जांच शुरू की थी। सीबीआई की प्रारंभिक जांच में ये सामने आया कि भर्ती में कुछ अनियमितताएं हुई हैं और इसमें कम से कम चार ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें अवैध तरीके से सेना में भर्ती करवाई गई।
ममता बनर्जी जो पहले से ही पश्चिम बंगाल में जिहादी, रोहिंग्या और अन्य देश-विरोधी ताकतों को सरंक्षण देती आई हैं। हालाँकि, अब वे पाकिस्तानी और अन्य भारत विरोधी तत्वों को सीधा सेना में शामिल करके देश की राष्ट्रीय सुरक्षा पर डायरेक्ट हमला करती नजर आ रही हैं। यानी जॉब कार्ड में स्कैम, नौकरी में स्कैम और अब भारतीय सेना में स्कैम भी बंगाल की ममता बनर्जी सरकार की एक और उपलब्धि मानी जा सकती है।