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राजमाता अहिल्याबाई होल्कर के बारे में सोचने की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि उत्तर भारत के जिस भी पुराने मंदिर को आप देखते हैं, लगभग हरेक उनका बनवाया हुआ है।
नेहरू परिवार ने अंग्रेज़ों से सत्ता तो हासिल कर दी थी लेकिन वह भारत के भाव को नहीं जान पाए
इसका अधिक इस्तेमाल चोल साम्राज्य में देखा गया है, जब चोल साम्राज्य का कोई राजा अपना उत्तराधिकारी घोषित करता था तो सत्ता हस्तांतरण के तौर पर सेंगोल दिया जाता था
हमारी विरासत में हमारे पूर्वजों की संस्कृति, ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का महत्वपूर्ण स्थान होता है। इन स्थलों के महत्व और महत्वपूर्ण भूमिका का पता हमें हमारी धरोहर से मिलता है।
महाभारत का खीलभाग (अंतिम भाग) माने जाने वाले हरिवंश पुराण में बाघों के गुणों की मनुष्यों से तुलना मिलती है। यही वजह थी कि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ भी दुर्योधन को ‘नरव्याघ्र’ कहते नजर आ जाते हैं।
2014 के चुनाव परिणामों के बाद बीजेपी की कार्यशैली और निर्णयों में कई बदलाव सामने आए पर विचारधारा का मूलतत्व नए बदलावों में आज भी विद्यमान है।
उनकी पलटन उन्हें सैम बहादुर कहती थी और उनका लोकप्रिय नाम था फ़ील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ। सैम बहादुर अपनी ज़िंदादिली, बहादुरी के साथ साथ अपने सेंस ऑफ ह्यूमर के लिये भी जाने गए।
नई पीढ़ी अपनी विरासत को नहीं जानती तो इसके पीछे एक ही वजह हो सकती है कि तत्कालीन पीढ़ी ने उन्हें सही उदाहरण पेश नहीं किया है।
राहुल गाँधी हर भाषण में प्रधानमंत्री पद पर अमर्यादित टिप्पणियां करते ही रहते हैं। यहाँ तक कि वो पीएम को चोर तक कह चुके हैं और अब उनकी बहन प्रियंका गाँधी ने कहा है कि नरेंद्र मोदी कायर है।
पंडित जी और कुन्दनलाल के अलावा काकोरी के सब क्रन्तिकारी पकड़े गए। आज़ाद बनारस छोड़ के प्रयाग चले गए और वहाँ से झाँसी जा कर मास्टर रूद्र नारायण के यहां रहने लगे।