उत्तर प्रदेश का संभल क्षेत्र और जियाउर रहमान बर्क दोनों लगातार खबरों में बने हुए हैं। अब उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क पर कथित बिजली चोरी का मामला दर्ज करने के बाद उन पर 1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही गुरुवार को हुई छापेमारी के दौरान उनके पिता के खिलाफ कंपनी के कर्मचारियों को धमकाने का मामला दर्ज किया है।
आपको बता दें कि जियाउर रहमान बर्क पर जुर्माना तब लगाया गया है जब पता चला कि उनके आवास पर स्वीकृत 4 किलोवाट क्षमता के मीटर के मुकाबले 16 किलोवाट से अधिक यूनिट का इस्तेमाल किया जा रहा था। यूपीपीसीएल के सहायक अभियंता विनोद कुमार गुप्ता का कहना है कि हमने मौजूदा मीटर की जगह स्मार्ट मीटर लगाया है जिससे बिजली चोरी का पता चला। मौजूदा मीटर पिछले छह महीनों से शून्य यूनिट रीडिंग दिखा रहे थे।
गौरतलब है कि 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के पास हुई हिंसा से पहले अपने भड़काऊ भाषण के जरिए भीड़ को उकसाने के आरोप में बर्क पर पहले ही संभल पुलिस ने मामला दर्ज किया हुआ है। जानकारी है कि उन्होंने अपनी संभावित गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक आवेदन दायर किया है और याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होने की संभावना है।
वहीं अब बिजली चोरी में बर्क के पिता ममलुक उर रहमान बर्क के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 224 (लोक सेवक को धमकी देना) और 223 (लोक सेवक द्वारा दिए गए आदेशों की अवहेलना करने की सजा) के तहत गुरुवार शाम को यूपीपीसीएल के उप-विभागीय अधिकारी संतोष त्रिपाठी ने नखासा थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
यूपीपीसीएल के जूनियर इंजीनियर बी के गंगल ने कहा, “जब हम यह देखने की कोशिश कर रहे थे कि उनके आवास पर बिजली चोरी कैसे हो रही है, तो सांसद के पिता ने हमें रोकने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, ‘अगर सपा सरकार सत्ता में आई तो तुम लोग बर्बाद हो जाओगे। तुम्हारी हरकतें सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो रही हैं। (राज्य में) सरकार बदलने पर तुममें से हर एक को परिणाम भुगतने होंगे।’
ममलुक उर रहमान बर्क ने आरोप लगाया कि छापेमारी के दौरान पुलिस और यूपीपीसीएल के कर्मचारी “दुर्व्यवहार” कर रहे थे। “सरकारी अधिकारी कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने के लिए लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं…यह सब सांसद और उनकी पार्टी को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है। लोगों के साथ अन्याय हो रहा है और हम इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
बर्क के वकील कासिम जमाल ने दावा किया कि सांसद के आवास पर 10 किलोवाट के सोलर पैनल और 5 किलोवाट के जनरेटर के जरिए बिजली की आपूर्ति की जा रही थी। उन्होंने कहा, ”एफआईआर और जुर्माने का कोई कानूनी आधार नहीं है और हम दोनों को अदालत में चुनौती देंगे।”
वहीं, बिजली चोरी की कार्रवाई के बाद शुक्रवार को जियाउर रहमान बर्क घर पर बुलडोजर की कार्रवाई भी की गई है। प्रशासन और नगरपालिका की टीम ने सांसद के घर के बाहर नालियों पर अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया। नाली के ऊपर बनी सीढ़ियों को तोड़ दिया गया।
फिलहाल जियाउर रहमान बर्क ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने का समय भी मांगा है।
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