सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर एक बार फिर सबूत माँगने पर कॉन्ग्रेस घिर गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद रविशंकर प्रसाद ने दिग्विजय सिंह और राहुल गाँधी की खूब आलोचना की है।
रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार (24 जनवरी, 2023) को भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा, “राहुल गाँधी हजारों किलोमीटर साथ चलने के बाद भी दिग्विजय सिंह को भारतीय सेना के प्रति सम्मान करना क्यों नहीं सीखा सके? जबकि राहुल गाँधी के साथ दिग्विजय सिंह कन्याकुमारी से चलकर जम्मू-कश्मीर तक पहुँच गए।”
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, “देश की जनता सेना के बलिदान का हिसाब नहीं माँगती बल्कि उनके बलिदान को सलाम करती है। यही भारत की परम्परा भी रही है। हम सब लोग देश के लिए जीते हैं और सेना के जवान और अधिकारी देश के लिए बलिदान देते हैं।”
दरअसल, सेना को लेकर दिए गए दिग्विजय सिंह के बयान को राहुल गाँधी ने उनका निजी बयान करार दिया था और इस पार्टी ने भी इस बयान से किनारा कर लिया था।
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भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने राहुल गाँधी से सवाल पूछते हुए कहा कि कॉन्ग्रेस पार्टी के नेताओं के निजी विचार पर सवाल नहीं है, बल्कि कॉन्ग्रेस पार्टी को लेकर गम्भीर सवाल है।
उन्होंने सवाल पूछे कि कॉन्ग्रेस नेताओं की ट्रेनिंग, कॉन्ग्रेस नेताओं का सेना के प्रति सम्मान का स्तर, कॉन्ग्रेस पार्टी का आतंकवाद के प्रति रूख, देश की सुरक्षा के प्रति क्या रूख है?
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज सेना के बड़े-बडे अधिकारी भी कह रहे हैं सेना के इंस्टीट्यूशनल रिस्पेक्ट पर सवाल खड़े नहीं करने चाहिए। आज आतंकवाद एक बहुत बड़ी चुनौती है। सेना के जवान पाकिस्तानी सीमा से लेकर चीन की सीमा पर देश की सुरक्षा कर रहे हैं। क्या सेना के जवानों के लिए सम्मान के दो शब्द भी नहीं बोल सकते?
रविशंकर प्रसाद ने राहुल गाँधी पर हमला करते हुए उनके इस से पूर्व दिए गए विवादित टिप्पणियों को याद कराते हुए कहा कि क्या राहुल गाँधी उन टिप्पणियों को वापस लेंगे? क्या वे उसके लिए माफी मांगेगे?
भाजपा नेता ने कहा कि 16 दिसम्बर, 2022 को राजस्थान के दौसा में राहुल गाँधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कहा था कि चीनी सैनिक भारत के सैनिकों को ‘पीट’ रहे हैं। ये भारतीय सेना के लिए बहुत ही अपमानजनक शब्द थे।
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उन्होंने कहा, 23 जून, 2022 को गलवान मुद्दे पर राहुल गाँधी ने ट्वीट किया था कि क्या चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया है? जबकि भारतीय सेना ने चीन को कब्जा करने से रोका था और उन्हें पीछे धकेला था, तब राहुल गाँधी ने इस प्रकार का ट्वीट किया था।
गलवान की घटना में कर्नल स्तर के अधिकारी सीमा की रक्षा करते हुए शहीद हुए थे और भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को पीटा था जिससे चीनी सैनिक हताहत भी हुए थे।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, “6 अक्टूबर, 2016 को राहुल गाँधी ने सेना की वीरता को खून की दलाली कहा था। यह उस समय बयान दिया गया था, जब सर्जिकल स्ट्राइक को सफलता पूर्वक अंजाम देने के लिए भारतीय सेना की चारों ओर तारीफ हो रही थी।”
उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी जेएनयू जाकर संसद पर हमला करने वाले मास्टरमाइंड अफजल गुरू की बरसी मनाने वाले ‘टुकड़े टुकड़े गैंग’ के साथ खड़े हुए और उनको अपना नैतिक समर्थन दिया था। उन्होंने अमेरिका के राजूदत से भी कहा था कि अन्य आतंकवाद की तुलना में हिन्दू आतंकवाद कहीं ज्यादा खतरनाक है।
सांसद रविशंकर प्रसाद ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गाँधी के साथ चलने वाले नेताओं में दिग्विजय सिंह का रिकार्ड भी कुछ ऐसा ही है। दिग्विजय सिंह ने जाकिर नायक को शान्ति का दूत बताया था। उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को ‘ओसामा जी’ कहा था।
बाटला हाउस कांड का ज़िक्र करते हुए भाजपा सांसद ने कहा, “बाटला हाउस कांड में जब आतंकवादी मारे गए थे तब दिग्विजय सिंह आजमगढ़ तक जाकर उनके परिवार से मिले थे और इस एनकांउटर पर सवाल खड़ा किया था। जबकि तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार ने इस मुठभेड़ में शहीद हुए इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा को अशोक चक्र से सम्मानित किया था।”
उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्टाइक पर दिग्विजय सिंह का यह कोई नया नहीं बल्कि उनका पुराना राग है। 2015 में कॉन्ग्रेस नेता पी चिदम्बरम ने अखबारों में आर्टिकल लिखा था कि कश्मीर के लोग स्वायत्तता की माँग करते हैं, उनका स्वायत्तता का मतलब आजादी से नहीं है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मणिशंकर अय्यर सहित अन्य कॉन्ग्रेस नेता भी इस तरह के विवादित बयान बार-बार दे चुके हैं। सलमान खुर्शीद ने ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ पुस्तक में लिखा है कि हिन्दुत्व को इस रूप में बढ़ाया जा रहा है जैसे आतंवादी संगठन “बोको हराम” हो।
उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी जब भी कॉन्ग्रेस नेताओं के बयान पर फंसते हैं, तो उनका सीधा जवाब होता है कि यह उनका निजी विचार है। राहुल गाँधी यह भी कह सकते थे कि कॉन्ग्रेस नेताओं ने जो भी आपत्तिजनक बयान दिए हैं, उसके लिए हम शर्मिंदा हैं और माफी माँगते हैं।
उन्होंने राहुल गाँधी को नसीहत दी कि भारतीय सेना देश के लिए बहुत बड़ा एसेट है और उनके बलिदान पर हर भारतीय को गर्व है। हरेक राजनीतिक दल को राजनीति से ऊपर उठकर भारतीय सेना का सम्मान करना चाहिए।
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि कॉन्ग्रेस मीडिया प्रभारी जयराम रमेश का वीडियो देखने पर पता चलता है कि वे एक पत्रकार को फिजिकली सवाल करने से रोक रहे थे जबकि दिग्विजय सिंह जवाब देने के लिए उतने ही उत्साहित नजर आ रहे थे। ऐसा क्यों? क्योंकि कॉन्ग्रेस नेताओं को मालूम है कि उनका रुख स्पष्ट नहीं है। इस कारण कॉन्ग्रेस पार्टी में ऐसी समस्याएँ आती रहती हैं।
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