गत वर्ष उत्तर प्रदेश में जारी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के दौरान समाजवादी पार्टी ने अपने एक बयान में कहा था कि उनके सत्ता में आने के बाद वो उत्तर प्रदेश के अफसरों ‘ठीक कर देंगे।’ समाजवादी पार्टी के इन बयानों का असर अब पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के विपक्ष पर भी हो गया है।
मध्य प्रदेश के कॉन्ग्रेस नेता और यूपीए काल में केंद्र सरकार में मंत्री रहे कांतिलाल भूरिया ने मध्य प्रदेश सरकार के उन अफसरों की सूची तैयार करने की बात कही है जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की शाखा में जाते है और कथित तौर पर सरकार के हित में काम कर रहे हैं।
इससे पहले उत्तर प्रदेश में चुनावों के दौरान समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश सरकार के कई अफसरों पर सरकार और भाजपा के हित में काम करने का आरोप लगते हुए सत्ता में आने पर कार्रवाई करने की बात की थी, यह भी कहा गया था कि ऐसे अफसरों की लिस्ट तैयार की जा रही है।
मध्य प्रदेश के स्थानीय समाचार पत्र दैनिक भाष्कर के अनुसार भूरिया ने कहा, “हमारी सरकार बनी तो हम अधिकारियों-कर्मचारियों का सम्मान बढ़ाएंगे। लेकिन जो अधिकारी-कर्मचारी बीजेपी के कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे हैं उनकी लिस्ट बनानी पड़ेगी।”
उन्होंने यह भी कहा, “कई अफसर दिन में बीजेपी और रात में आरएसएस की शाखा में जाते हैं तो ऐसे लोगों की लिस्ट तो बनानी पड़ेगी। संघ पर प्रतिबंध लगाने के सवाल पर भूरिया ने कहा था कि अगर कोई संगठन अपनी मर्यादा के खिलाफ जाकर काम करेगा तो उन पर कार्रवाई करनी पड़ेगी। जो कर्मचारी मर्यादा के खिलाफ काम कर रहे हैं उनकी लिस्ट बना रहे हैं। कई कर्मचारी शाखा में जा रहे हैं उन्हें चिन्हित कर रहे हैं उन्हें बाद में देखेंगे।”
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कांतिलाल भूरिया आदिवासी नेता हैं और यूपीए सरकार के दौरान केंद्र सरकार में वर्ष 2004 से 2009 के बीच खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्रालय के राज्यमंत्री और बाद में 2009 से 2011 के बीच आदिवासी मामलों के कैबिनेट स्तर के मंत्री थे। भूरिया ने यह बयान मध्य प्रदेश के कुछ अफसरों और कर्मचारियों पर बिना भाजपा नेताओं की सिफारिश के कोई भी काम ना करने का आरोप लगाते हुए कहा।
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने भी अफसरों के खिलाफ बयान देते हुए एक सभा में कहा था कि सरकार आने के बाद इनसे जूते साफ़ कराऊंगा इंशाअल्लाह! बाद में इस पर कार्रवाई करते हुए उनकी विधानसभा सदस्यता भी चली गई थी।
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वहीं भूरिया के इस बयान पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जवाब देते हुए कहा है कि ऐसा कहने वाले कई लोग चले गए और लोग लम्बे समय से ऐसी बाते करते आए हैं, आरएसएस देशभक्तों का संगठन है, कॉंग्रेस कुंठा में ऐसी बताए कर रही है, कर्मचारियों को निपटाने की बात करने वालों को प्रदेश की जनता निपटा देगी।आप संघ का क्या बिगाड़ेंगे कर्मचारियों को धमकी नहीं दी जानी चाहिए।
गौरतलब है कि इसी वर्ष राज्य विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जिनके लिए दोनों दल कमर कस रहे हैं, भाजपा लम्बे समय से राज्य में सत्ता में है। पिछले विधानसभा चुनावों में कॉन्ग्रेस को सफलता मिली भी थी पर बाद में राज्य के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के कारण बड़ी संख्या में विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी थी, बाद में भाजपा वापस सत्ता में आ गई थी।