राजस्थान में महिलाओं से हैवानियत की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। राजस्थान एक ऐसा राज्य है जिसने पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। हालाँकि इस पर अधिक चर्चा नहीं की जाती है। हम ये चर्चा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि हाल ही में राजस्थान में किशोरियों से हैवानियत की दो वारदात हुईं।
दरअसल, बुधवार 2 अगस्त को राजस्थान में एक किशोरी को भट्टी में जला दिया गया तो दूसरे से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। जिस बच्ची को भट्टी में डालकर जलाया गया, उससे भी सामूहिक दुष्कर्म की आशंका जताई जा रही है।
रेप, हत्या और फिर भट्टी में जला दिया
पहला मामला भीलवाड़ा से है। दैनिक जागरण में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार में किशोरी के बड़े भाई ने बताया कि बुधवार सुबह आठ बजे उसकी बहन बकरियां चराने गई थी। अपराह्न करीब तीन बजे बकरियां घर लौट आईं, लेकिन बहन नहीं आई। इसके बाद उसे ढूंढना शुरू किया। रिश्तेदारों के घर व खेत पर पता किया, मगर वह नहीं मिली। रात करीब आठ बजे स्वजन व ग्रामीणों ने फिर से ढूंढना शुरू किया। इस दौरान रात करीब 10 बजे गांव के बाहर कोयला बनाने की एक भट्टी जलती दिखी जबकि बारिश के समय यह भट्टी नहीं जलाई जाती है। शक होने पर भट्टी के पास जाकर देखा गया तो बहन के जूते मिले। साथ ही बहन का पहना हुआ चांदी का कड़ा आग में मिला। आग में अस्थियां भी दिखीं।
इस पूरी घटना के सामने आने के बाद इलाके में बवाल मच गया। घटना पर भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक ने कहा, “एक बच्ची की हत्या कर उसे जलाया गया है। जांच में कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनमें से पांच को हिरासत में लिया गया है। दुष्कर्म की आशंका को नकारा नहीं जा सकता है, लेकिन अभी मामले की जांच की जा रही है। जल्द इसका राजफाश करेंगे।”
डूंगरपुर में नाबालिग से गैंगरेप
दूसरी घटना राजस्थान के डूंगरपुर जिले से सामने आई जहाँ बुधवार को एक नाबालिग छात्रा का पांच युवकों ने उस समय अपहरण कर लिया, जब वह स्कूल जा रही थी। पुलिस के अनुसार राजू मीणा सहित पांच युवक नाबालिग को बिछीवाड़ा के जंगल में ले गए थे। वहां राजू ने दुष्कर्म किया। इसके बाद उसे सुनसान जगह पर बने एक कमरे में ले गए। वहां भी राजू और उसके एक साथी ने दुष्कर्म किया। इस दौरान अन्य आरोपित निगरानी करते रहे। बुधवार शाम करीब पांच बजे डूंगरपुर शहर में छोड़कर फरार हो गए।
वहीं राजस्थान से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गहलोत सरकार में बेटियों की सुरक्षा पर चिंता जताई उन्होंने कहा, “भीलवाड़ा की वारदात बेटियों की सुरक्षा के लिए चिंतिंत करने वाली है। प्रदेश में पुलिस-प्रशासन के प्रति जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है और गहलोत सरकार केवल आंकड़े कम दिखाने की जुगत में लगी है।”
आँकड़ो की बात करें, राजस्थान में महिलाओं और नाबालिग बालिकाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
गत 6 माह में प्रतिदिन 19 दुष्कर्म
इस वर्ष जून माह तक के आंकड़े बताते हैं कि विगत 6 माह में राजस्थान में दुष्कर्म के कुल 3406 प्रकरण दर्ज हुए हैं। यानी, राजस्थान में दुष्कर्म के 19 मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। इन कुल 3406 मुकदमों में 848 मुकदमें ऐसे हैं जो नाबालिग बालिकाओं के साथ दुष्कर्म के हैं। आंकड़ों के अनुसार 2022 के मुकाबले नाबालिग बालिकाओं के साथ दुष्कर्म के मुकदमों में 2.79 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
राजस्थान में नाबालिग बालिकाओं के साथ दुष्कर्म के मामले वर्ष 2021 जून माह तक 694 थे। वहीं अगले वर्ष 2022 में यह संख्या बढ़कर 825 हो गयी और अब 1 जनवरी 2023 से 30 जून 2023 तक कुल 848 मुकदमें दर्ज हुए हैं। यानी पिछले तीन वर्ष में यह आंकड़े लगातार बढ़े ही हैं कुल मिलाकर देखा जाए तो वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2023 में 22.19 प्रतिशत वृद्धि हुई।
अलवर में भी गैंगरेप
कुछ दिन पूर्व अलवर से भी एक झकझोर देने वाली घटना सामने आई थी। ये वही अलवर जिला है जहाँ से 4 वर्ष पहले एक गैंगरेप की घटना सामने आई थी जहाँ दलित लड़की के साथ पति के सामने उसके साथ कथित तौर पर पांच युवकों ने सामूहिक बलात्कार किया, उसका वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
इसी अलवर जिले से एक मामला सामने आया है जहाँ 16 वर्षीय 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा से गैंगरेप किया गया। डीएसपी सुनील जाखड़ ने बताया कि 29 जुलाई रात्रि को बानसूर थाने में एक मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसमें बताया गया कि दो युवकों ने चाकू की नोक पर एक छात्रा का अपहरण किया। पहले उसके साथ गैंगरेप किया और उसके बाद फिर उसे दूसरी जगह ले जाकर गैंगरेप की घटना को दोबारा अंजाम दिया। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने बुधवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
राजस्थान में होने वाली ये घटनाओं बहुत चिंताजनक हैं लेकिन राजस्थान सरकार इसके प्रति गंभीर नजर नहीं आती।
‘राजस्थान मर्दों का प्रदेश’
संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने राजस्थान को रेप में नंबर वन बताने के साथ उसके कारणों पर विधानसभा में बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था। धारीवाल ने कहा था – ‘रेप के मामले में हम नंबर एक पर है, अब ये रेप के मामले क्यों हैं? कहीं न कहीं गलती है… हंसते हुए आगे कहा- वैसे भी यह राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश रहा है यार, उसका क्या करें’? यह कहकर धारीवाल फिर हंसे तो कई मंत्री और कांग्रेस विधायक भी हंसने लगे। किसी ने धारीवाल को टोका तक नहीं।
राजस्थान के भीलवाड़ा में हुए भट्टी काण्ड ने 27 वर्ष पहले हुए चर्चित तंदूर काण्ड के जख्म ताजा कर दिए हैं।
कांग्रेस नेता की हैवानियत
कांग्रेस नेता सुशील शर्मा ने वर्ष 1995 में अपनी पत्नी नैना साहनी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद सुशील शर्मा ने अपनी पत्नी के शव के टुकड़े किये और तंदूर में जलाकर शव ठिकाने लगाने की योजना बनाई। तंदूर में शव जलाते समय सुशील पकड़ा गया और इसके बाद साल 2000 में ट्रायल कोर्ट ने उन्हें फांसी की सजा सुनाई थी।
बाद में सुप्रीम कोर्ट ने शर्मा को राहत दी थी और सजा को उम्रकैद में बदल दिया था। वर्ष 2018 में सजा पूरी होने पर रिहा कर दिया गया था। सुशील शर्मा कांग्रेस नेता था और दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस का अध्यक्ष भी रह चुका था। इसके अलावा नैना साहनी भी कांग्रेस की कार्यकर्ता थी।
पिछले वर्ष राज्यसभा में एक चर्चा के दौरान पीएम मोदी भी इस तंदूर काण्ड का जिक्र कर चुके हैं। उन्होंने इस दौरान कांग्रेस को तंदूर कांड के लिए भी जिम्मेदार बताया और कहा कि कांग्रेस नहीं होती तो बेटियों को तंदूर में फेंकने की घटना नहीं होती।
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