केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को भारत 6जी एलायंस का अनावरण किया। ये 5जी के सफल रोल-आउट के बाद भारत में अगली पीढ़ी की तकनीक लॉन्च करने की एक नई पहल है।
भारत 6जी एलायंस सार्वजनिक क्षेत्र, निजी क्षेत्र और अन्य विभागों का गठबंधन है और यह देश में नई दूरसंचार प्रौद्योगिकी और 6जी के विकास के लिए काम करेगा।
एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा, “भारत ने 6G तकनीक के लिए 200 से अधिक पेटेंट हासिल किए हैं। आगामी 6G तकनीक 5G द्वारा रखी गई नींव का लाभ उठाएगी। ये बेहतर विश्वसनीयता,और किफायती समाधान जैसी उन्नत क्षमताएं प्रदान करेगी।”
आने वाले कुछ हफ्तों में केंद्र सरकार टेलीकॉम क्षेत्र में अगला नया सुधार लागू करेगी। 5G की तुलना में 6G द्वारा लगभग 100 गुना तेज गति प्रदान करने और नए संचार अनुप्रयोगों के विकास को सक्षम करने की संभावना है। भारत 6जी एलायंस अगले दशक में उभरती दूरसंचार प्रौद्योगिकियों और प्लेटफार्मों के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श करेगा।
संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान के अनुसार, नौ महीनों के भीतर 2.70 लाख 5जी साइटों की स्थापना के साथ भारत में 5जी नेटवर्क के सबसे तेज रोलआउट में से एक देखा गया।
प्रधानमंत्री मोदी पहले ही इस बात पर जोर दे चुके हैं कि 6जी पहल नवप्रवर्तकों, उद्योगों और स्टार्टअप के लिए नए अवसर पैदा करेगी। मार्च में उन्होंने एक विज़न दस्तावेज़ जारी किया जिसमें कुछ वर्षों में 6G दूरसंचार सेवाओं को विकसित करने और लॉन्च करने की भारत की योजनाओं का विवरण दिया गया है।
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