The PamphletThe Pamphlet
  • राजनीति
  • दुनिया
  • आर्थिकी
  • विमर्श
  • राष्ट्रीय
  • सांस्कृतिक
  • मीडिया पंचनामा
  • खेल एवं मनोरंजन
What's Hot

बीआरएस ने लोकतंत्र को बनाया लूटतंत्र; तेलंगाना में प्रधानमंत्री मोदी का विपक्ष पर वार

October 3, 2023

न्यूज़क्लिक पर प्रशासनिक कार्रवाई से क्यों बौखलाया विपक्ष

October 3, 2023

हिंदुओं को बांटकर देश को बांटना चाहती है कांग्रेस; जातिगत सर्वे पर प्रधानमंत्री मोदी का पलटवार

October 3, 2023
Facebook X (Twitter) Instagram
The PamphletThe Pamphlet
  • लोकप्रिय
  • वीडियो
  • नवीनतम
Facebook X (Twitter) Instagram
ENGLISH
  • राजनीति
  • दुनिया
  • आर्थिकी
  • विमर्श
  • राष्ट्रीय
  • सांस्कृतिक
  • मीडिया पंचनामा
  • खेल एवं मनोरंजन
The PamphletThe Pamphlet
English
Home » AAP सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन से गर्त में जाता पंजाब, कर्ज में देश में नंबर 1 
आर्थिकी

AAP सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन से गर्त में जाता पंजाब, कर्ज में देश में नंबर 1 

The Pamphlet StaffBy The Pamphlet StaffSeptember 10, 2022No Comments2 Mins Read
Facebook Twitter LinkedIn Tumblr WhatsApp Telegram Email
पंजाब की अर्थव्यवस्था
पंजाब की अर्थव्यवस्था का हाल बेहाल है
Share
Facebook Twitter LinkedIn Email

भारत का पडोसी राज्य श्रीलंका इन दिनों एक वित्तीय संकट से जूझ रहा है। साल 2022 में जब देश-विदेश के बड़े अखबारों में श्रीलंका पर हैडलाइन चल रही थी, उस समय कई तथाकथित अर्थशास्त्रियों ने नागरिकों और सरकार को चेताते हुए, भारत में भी वित्तीय संकट के आगमन की घोषणा कर थी। राष्ट्र की अर्थव्यवस्था तो फिलहाल ठीक है लेकिन पंजाब में वित्तीय संकट के काले बादल छा रहे हैं। 

पंजाब पर बढ़ता कर्ज

हरित क्रांति का सबसे अधिक फायदा लेने वाला राज्य — जो लगभग 2 दशकों तक प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत का सबसे अमीर राज्य रहा, आज कर्ज के बोझ के तले दबा जा रहा है। 

पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के अनुसार, “राज्य की अर्थव्यवस्था कर्ज के जाल में फंस रही हैं। राज्य का बकाया कर्ज वित्त वर्ष 2022-23 में ₹2.83 से बढ़कर ₹3.05 लाख करोड़ होने का अनुमान है।”

दुर्दशा का आलम यह है कि सिर्फ पुराने कर्ज पर ब्याज चुकाने के लिए सरकार ने 2 महीने में ₹8,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है

कभी देश में अग्रणी रहने वाले पंजाब की तुलना सभी राज्यों से करें तो 53.3% के  कर्ज-से-जीडीपी अनुपात के साथ पंजाब की हालत पूरे देश में सबसे खराब है। 

रेवड़ियों की बांट से बढ़ती आफत

दुनियाभर के अर्थशास्त्री और वित्तीय विद्वान इस बात से सहमत हैं कि श्रीलंका में वित्तीय संकट की सबसे बड़ी वजह मुफ्तखोरी की राजनीति थी। पंजाब की भगवंत मान सरकार भी यही गलती कर रही है।

अर्थव्यवस्था की भीषण दुर्गति के बावजूद राज्य की आम आदमी पार्टी सरकार रेवड़ियां बांटने में लगी है। चालू वित्त वर्ष में कुल बिजली सब्सिडी ₹24,886 करोड़ रुपये है, जिसमें से ₹15,845 करोड़ रुपये केवल मुफ्त 300 यूनिट बिजली की वजह से है। कुछ ही दिन पहले पंजाब सरकार ने एक हफ्ते इंतजार के बाद राज्य के सरकारी कर्मचारियों की वेतन दी थी जिस पर भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार पर कटाक्ष भी कसा था। 

AAP Govt has money for ads but no money for
1) Salaries of Punjab Govt staff
2) No money to re imburse hospitals giving free treatment to poor in Punjab
3) No money for teacher’s salaries in Delhi or for DDU college
4) No money for athletes who win medals & make India proud pic.twitter.com/5i0wGPRzCE

— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) September 7, 2022

पंजाब की अर्थव्यवस्था मृत अवस्था से बस दो कदम दूर है लेकिन ‘अरविन्द केजरीवाल की रेवड़ियों वाली राजनीति’ से प्रेरित भगवंत मान केवल वोटबैंक के लिए मुफ्त बिजली और अन्य उपहार बांटने से नहीं बाज आएंगे, जो राज्य अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक होगा। 

Author

  • The Pamphlet Staff
    The Pamphlet Staff

    A New Age Digital Media Platform

    View all posts

Share. Facebook Twitter LinkedIn Email
The Pamphlet Staff
  • Website
  • Facebook
  • X (Twitter)
  • Instagram

A New Age Digital Media Platform

Related Posts

बीआरएस ने लोकतंत्र को बनाया लूटतंत्र; तेलंगाना में प्रधानमंत्री मोदी का विपक्ष पर वार

October 3, 2023

गुजरात: ईद के जुलूस में ‘सर तन से जुदा’ के नारे, तीन गिरफ्तार

October 2, 2023

दिल्ली पुलिस ने पकड़ा 3 लाख रुपए का ईनामी ISIS आतंकी, दो अन्य संदिग्धों के साथ दिल्ली में गिरफ्तार

October 2, 2023

त्योहारी मौसम में बढ़ी मांग के बीच सितंबर में जीएसटी संग्रह बढ़कर 1.62 लाख करोड़ रुपए

October 2, 2023

2,000 रुपये के बैंक नोट के प्रचलन से लेकर वापसी तक का सफर

October 2, 2023

कोर/मुख्य सेक्टर का विकास दर 14 महीने के उच्चतम स्तर पर, मजबूत औद्योगिक सुधार का संकेत

September 30, 2023
Add A Comment

Leave A Reply Cancel Reply

Don't Miss
प्रमुख खबर

बीआरएस ने लोकतंत्र को बनाया लूटतंत्र; तेलंगाना में प्रधानमंत्री मोदी का विपक्ष पर वार

October 3, 20232 Views

तेलंगाना में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीआरएस ने लोकतंत्र को लूटतंत्र बना दिया है।

न्यूज़क्लिक पर प्रशासनिक कार्रवाई से क्यों बौखलाया विपक्ष

October 3, 2023

हिंदुओं को बांटकर देश को बांटना चाहती है कांग्रेस; जातिगत सर्वे पर प्रधानमंत्री मोदी का पलटवार

October 3, 2023

मनोज झा का समाजवाद प्रेम हिंदू विरोधी एजेंडे का ही हिस्सा है

October 3, 2023
Our Picks

बीआरएस ने लोकतंत्र को बनाया लूटतंत्र; तेलंगाना में प्रधानमंत्री मोदी का विपक्ष पर वार

October 3, 2023

हिंदुओं को बांटकर देश को बांटना चाहती है कांग्रेस; जातिगत सर्वे पर प्रधानमंत्री मोदी का पलटवार

October 3, 2023

मनोज झा का समाजवाद प्रेम हिंदू विरोधी एजेंडे का ही हिस्सा है

October 3, 2023

बिहार: जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी, शुरू हुई ‘हिस्सेदारी’ की बहस

October 2, 2023
Stay In Touch
  • Facebook
  • Twitter
  • Instagram
  • YouTube

हमसे सम्पर्क करें:
contact@thepamphlet.in

Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
  • About Us
  • Contact Us
  • Terms & Conditions
  • Privacy Policy
  • लोकप्रिय
  • नवीनतम
  • वीडियो
  • विमर्श
  • राजनीति
  • मीडिया पंचनामा
  • साहित्य
  • आर्थिकी
  • घुमक्कड़ी
  • दुनिया
  • विविध
  • व्यंग्य
© कॉपीराइट 2022-23 द पैम्फ़लेट । सभी अधिकार सुरक्षित हैं। Developed By North Rose Technologies

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.