ब्रिटेन के सरकारी मीडिया चैनल ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन यानी बीबीसी (Top BBC presenter Suspended) के एक पत्रकार पर एक नाबालिग के शोषण का आरोप लगा है। दुनियाभर में 40 भाषाओं में खबरें प्रसारित करने वाले बीबीसी के क़रीब तीन माह अपने इस पत्रकार पर कोई एक्शन लेने में बीत गये। BBC के इस पत्रकार (BBC Presenter) ने न सिर्फ नाबालिग से न्यूड तस्वीरें खरीदीं बल्कि उसे कोकेन की लत में भी फंसाया।
कई सालों तक नाबालिग लड़कियों से उनकी नग्न तस्वीर ख़रीदने वाला बीबीसी का पत्रकार जेल में है। मामले के ज़ोर पकड़ने के बाद आख़िरकार बीबीसी ने भी अब अपने इस पत्रकार को सस्पेंड दिया है। ऐसा करने में बीबीसी को क़रीब तीन महीने का टाइम लग गया। बीबीसी को शायद इस फ़ैसले को लेने में इतना समय इस वजह से लग गया क्योंकि इस बीच उसे भारत में लोकतंत्र के नाम पर प्रॉपगैंडा भी फैलाना था।
दुनिया को ये बातें तब पता चलीं जब BBC के पत्रकार के खिलाफ पिछले बृहस्पतिवार को एक टीनएजर लड़की की मां ने बीबीसी के पत्रकार पर ये आरोप लगाए। इस पर ब्रिटेन के ही समाचार पत्र ‘द सन’ ने खबर प्रकाशित की है।
इस नाबालिग की माँ ने दावा किया है कि बीबीसी के पत्रकार ने उसकी बेटी को 3 सालों में 35 हजार पाउंड यानी क़रीब 37 लाख रुपए दिए और इनके बदले वो उससे नग्न तस्वीरें ख़रीदता था। बीबीसी के पत्रकार ने इस लड़की को तब तक पेमेंट किया जब तक वो 17 साल की थी। उसकी उम्र अब 20 साल की हो चुकी है।
सोचिए कि ये ब्रिटिश साम्राज्य का वही बीबीसी है जो टीवी लाइसेंसिंग के कठोर क़ानूनों से अपना पैसा बनाता है। यदि आप इस बारे में नहीं जानते हैं तो आपको बता दें कि लोगों से जबरन पैसा वसूल कर बीबीसी का रेवेन्यू बनता है। हाल ही में इसी बीबीसी ने भारत में 40 करोड़ के टैक्स चोरी की बात को भी स्वीकार किया है। इसी साल मार्च के ही महीने इसी बीबीसी ने अपने एक नामी पत्रकार गैरी लिनेकर को एक ही दिन में सिर्फ़ इस बात के लिए सस्पेंड कर दिया था क्योंकि गैरी ने ब्रिटिश सरकार की तुलना नाज़ियों से की थी।
इस लड़की की माँ का कहना है कि बीबीसी के पत्रकार ने जो रुपए उनकी बेटी को दिये उससे उनकी बेटी ने ड्रग्स ख़रीदे। ‘द सन’ अख़बार की मानें तो इन पैसों से वो कोकेन खरीदती थी। अगर बीबीसी का ये पत्रकार उनकी बेटी को पैसे भेजने बंद नहीं करता तो वो अब तक मर चुकी होती। पत्रकार ने उससे सिर्फ़ तस्वीरें नहीं ख़रीदीं बल्कि उसका शोषण भी किया। जब द सन ने इस मामले को उठाया तो बीबीसी के पत्रकार ने कई बार पीड़िता को फोन भी किया।
ये सारे आरोप बीबीसी के पत्रकार पर इसी साल मई माह में लग चुके थे। लेकिन इसे सस्पेंड करते करते जुलाई आ गया । आरोप लगने के बाद भी बीबीसी उससे इसके एक महीने बाद तक शो करवाता रहा और तभी पीड़ित परिवार ने मीडिया में इस बात को रखने का फ़ैसला लिया।
इस पत्रकार पर एक्शन लेने की बात पर BBC की कल्चर एडिटर Katie Razzall का कहना है कि पीड़िता के परिवार ने उनके साथ ठीक से रिस्पांस नहीं किया इस वजह से उन्हें एक्शन लेने में देरी हुई। पीड़िता नाबालिग की माँ ने जब द सन न्यूज़पेपर को इस बारे में बताया और ये खबर प्रकाशित हुई, उसके बाद ही बीबीसी ने अपने इस male स्टाफ़ को आख़िरकार निकाला और अपना स्टेटमेंट भी जारी किया, जिसमें उन्होंने लिखा है कि उन्हें सबूतों को देखने में समय लग गया और कुछ नये आरोप भी इस पर लगे हैं।
बीबीसी दुनिया के सबसे पुराने और बड़े मीडिया हाउस में से एक माना जाता है और इसके पूरी दुनिया में करीब 35 हजार कर्मचारी हैं।
BBC ने स्वीकारी भारत में 40 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी, आयकर विभाग के सर्वे में हुआ था खुलासा