कभी तुझसे मिलेंगे तो कहेंगे झूठ तुझसे हमन तेरी फिक्र करते हैं न तुझे याद करते हैं।
मई 28, 2023.. बार्सिलोना बनाम मल्लोर्का 3-0! कल की रात कुछ यूँ रही मानो ह्रदय ने प्रेम में विरह को महसूस किया हो। लोग नहीं समझेंगे कि एक ह्रदय किसी फुटबॉल स्टेडियम के लिए भी ऐसा महसूस कर सकता है। परन्तु कल सिर्फ मेरी नहीं अपितु संसारभर में लाखों लोगों की आंखें नम थीं। यानी कि मैं कोई सरफिरा नहीं, इस जग में मुझ जैसे हजारों लोग हैं।
कल मेरे पसंदीदा फुटबॉल क्लब बार्सिलोना ने अपने स्टेडियम ‘नोऊ कैम्प’ में अपना आखिरी मैच खेला। अब कुछ एक वर्षों तक बार्सिलोना नोऊ कैम्प में अपने होम मैच नहीं खेल सकेगी। नोऊ कैम्प हम सभी के लिए, जिनके लिए बार्सिलोना सबसे पसंदीदा फुटबॉल क्लब है, किसी इबादतघर जैसा है। हम सभी के लिए यह एक ख्वाब हमेशा जेहन में जिंदा रहता है कि मरने से पहले एक दफा नोऊ कैम्प की माटी को माथे से लगा सकें।
नोऊ कैम्प बार्सिलोना का अभेद्य किला था। एकबार तो बार्सिलोना यहाँ लगातार 42 मैचों तक अजीत रही थी। आज भी बार्सिलोना के खिलाफ नोऊ कैम्प में ड्रॉ या जीत अर्जित कर लेने को बेहद फक्र की बात समझा जाता है।
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यह ठीक ऐसा है जैसे अब हम अपने पितरों के मंदिरों में न जा सकेंगे। फुटबॉल से मोहब्बत की तमाम वजहें इस स्टेडियम ने ही मुझे दीं। कार्लेस पुयोल सा नेतृत्व, रोनाल्डिन्हो सा जादू, बायर्न म्यूनिख को मात देना। इस मैदान पर सन 1994-95 में योहान क्रुएफ की युवा टीम का अलेक्स फर्ग्यूसन की खूंखार मैन्चेस्टर युनाइटेड को पटखनी देना। वह तेज तेज छोटे छोटे पासों से तिलिस्मी टीकी टाका फुटबॉल का बुनता जाल देखना। रिवाल्डो, दानी आल्वेज, नेमार का ब्राज़ीली सांबा। रियल मैड्रिड की सितारा लाइनअप को सालों तक जीत के लिए तरसा देना। वह मैड्रिड पर दर्ज की गई ऐतिहासिक 5-0 की जीत। पीएसजी के खिलाफ 6-1 की वो चमत्कारी जीत। फिर, कोच लुई एनरिके के जाने के बाद वो मायूसी भरे साल।
अंततः आंखों में आंसू लिए मेस्सी का हम सभी को अलविदा कहना। लियो मेस्सी!! आह!! भला फुटबॉल के भगवान के बारे में मैं क्या ही लिखूँ। हम सभी खेल प्रेमियों की अन्यथा मायूस जिंदगियों में खुशनुमा रंग भरने वाले इस नन्हें रंगरेज के बारे में मैं क्या ही लिखूँ। हम सभी ताउम्र इस नन्हें जादूगर के कर्जदार रहेंगे।
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कितने खूबसूरत कितने दिल तोड़ देने वाले लम्हें इस मैदान ने हमें दिए थे। यह मैदान और इस मैदान पर खेला जा रहा यह खूबसूरत खेल अगर न होता तो आखिर हमारा कौन ही सहारा होता। कितना कष्टदायक होता है किसी भी खिलाड़ी अथवा खेल प्रेमी को उसके होमग्राउंड से दूर कर दिया जाना।
प्यारे नोऊ कैम्प, हम शायद एक दूजे के बिना अधूरे हैं। जल्द फिर मुलाकात होंगी।
अलविदा।