Author: Yash Rawat
इटली में जियोर्जिया मेलोनी को भारी जनमत पर पूरे यूरोप की नजर है लेकिन इसके दूरगामी परिणाम समस्त विश्व राजनीति पर दिखना तय है
इस खालिस्तान रेफेरेंडम के मद्देनजर 23 सितंबर, 2022 को भारतीय सरकार ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की थी
आरटीआई द्वारा प्राप्त आँकड़ों के हिसाब से 2015 में दिल्ली में 8441 स्थायी बस ड्राइवर थे तो जो 2022 में घटकर अब 5344 हो गए हैं
पश्चिम बंगाल पुलिस ने जहां आम कार्यकर्ताओं पर बेहिसाब बर्बरता दिखाई, तो वहीं शीर्ष नेताओं को गिरफ्तार कर दिया।
यह प्रतिमा पहले से स्थापित नेताजी के होलोग्राम की जगह लेगी जो इस साल जनवरी में अनावरित की गई थी।
गांधी परिवार के वंशज राहुल गांधी कांग्रेस के राजनीतिक जन आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसे ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कहा जा रहा है।
सोशल मीडिया में एक धड़ा सक्रिय हो गया जो अर्शदीप सिंह को खालिस्तानी का ठप्पा देने में जुट गया। ऐसे लोगों ने ट्विटर पर एक मुहिम चलाते हुए माहौल बिगाड़ने की पूरी कोशिश करते हुए कई ट्वीट किए।
अहमद खबीर गर्व से बताते हैं कि ‘जामिया टाइम्स’ पिछले 4 साल से हिंदुत्व और जाति के खिलाफ मीडिया की जंग का नेतृत्व कर रहा है।
भारत सरकार ने वर्ष 2024-25 तक कोयला उत्पादन, 1.23 अरब टन तक बढ़ाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है।
अपने चयन फैसलों से अक्सर हैरान कर देने में माहिर भाजपा हाई-कमान ने एक बार फिर भूपेंद्र चौधरी के चयन पर राजनीतिज्ञों को हैरत में डाल दिया था।