Author: Ritika Chandola
"The wings I have, I write with them" A media practitioner, a seeker, listener, learner, researcher, and a writer.
अमेरिकी समाचार पत्र की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि श्रीलंकाई मूल के अमेरिकी उद्योगपति नेविल रॉय सिंघम द्वारा वित्त पोषित न्यूज़क्लिक की कवरेज असल में चीन की कम्युनिस्ट सरकार का एजेंडा है।
मेवात दंगा: राजस्थान से गाड़ियां भरकर आए थे दंगाई, सायबर अपराधियों ने बनाया पुलिसकर्मियों को निशाना
मेवात में दंगे भड़काने के लिए राजस्थान से भी कट्टरपंथी गाड़ियाँ भरकर हिंदुओं पर हमला करने पहुँचे थे। एक और चीज जो सामने आई है, वो ये है कि इन दंगाइयों ने पुलिसकर्मियों को इस बार अपना निशाना क्यों बनाया?
कॉन्ग्रेस के एक जाने माने सांसद के घरवालों द्वारा संचालित एक कथित निष्पक्ष मीडिया चैनल ने संसद में दिए गए एक उत्तर का हवाला देते हुए बताया कि वर्ष 2019 से वर्ष 2021 के बीच 13.13 लाख बालिकाएं और महिलाएं गायब हुईं।
मामला 25 जुलाई का है, जब बंगाल के नादिया जिले के रहने वाले कल्लोल सरकार से TMC के गुंडों ने इसलिए बदसलूकी और मारपीट की क्योंकि उन्होंने ममता बनर्जी से वहां पर हो रही हिंसा को लेकर सवाल पूछ दिए थे।
कश्मीर में कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार में सीधे तौर पर शामिल यासीन मलिक (Yasin Malik) अचानक से चर्चा में है। पहले उसकी बेटी का एक ज़हरीला बयान सामने आता है
पाकिस्तान में बीते तीन दिनों में दो मंदिरों पर हमले किए गए हैं। जहाँ एक मंदिर को शॉपिंग मॉल बनाने के लिए तोड़ दिया गया वहीं दूसरे पर रॉकेट से हमला किया गया है।
सीमा हैदर भाग कर भारत आती है, उसकी सचिन से मुलाकात ऑनलाइन गेम से होती है और फिर पता चलता है कि वो अपने चार बच्चों को साथ लेकर अपने प्यार के लिए भाग आई है।
भारत में मंदिरों के संरक्षण से लेकर इसकी विरासत को पुराना गौरव दिलाने के लिए लोग अपने अपने अनुसार प्रयास कर रहे हैं। कहीं पर मंदिरों को स्वतंत्र करने के लिए लोग आवाज उठा रहे हैं तो कहीं उन पुराने मंदिरों में अपने देवता की पुनः स्थापना के लिए कोशिश कर रहे हैं।
आने वाले 14 जुलाई को फ्रांस में बैस्टिल डे मनाया जाएगा। इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी को गेस्ट ऑफ़ ऑनर के तौर पर फ्रांस के राष्टपति मैक्रों ने निमंत्रण दिया है, जिसमें प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे।
The Telegraph का एक पत्रकार अमेरिकी राजदूत एरिक गारसेटी (Eric Garcetti) के मुँह में कुछ प्रश्न ठूँसता है और एक विदेशी अधिकारी को भारत के अंदरूनी मामले पर बोलने को मजबूर करता है और फिर ये बन जाता है ‘अंतरराष्ट्रीय मामला’।