Author: Chaman Mishra
“We are now fighting BJP, the RSS and the Indian State itself” लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद Rahul Gandhi के इस बयान का हिंदी अनुवाद है कि “अब हम BJP, RSS और भारतीय राज्य से लड़ रहे हैं।”सवाल उठता है कि राहुल गांधी भारतीय राज्य से क्यों लड़ रहे हैं? वे तो लोकसभा में नेता विपक्ष हैं। वे देश के चुने हुए सांसद भी हैं। देश की संवैधानिक प्रक्रियाओं के तहत- लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के तहत चुनी हुई संसद का वे हिस्सा हैं।लोकसभा का सांसद होते हुए वे संसद की कई समितियों के सदस्य भी हैं, ऐसी समितियां जो…
Veer Savarkar का नाम आते ही कांग्रेस पार्टी और उनका पूरा इकोसिस्टम ऐसे तिलमिलाने लगता है मानो मधुमक्खी का छत्ता सिर पर आकर गिरा हो। अब दिल्ली के नजफगढ़ के रोशनपुरा में दिल्ली यूनिवर्सिटी के नए कॉलेज की नींव पीएम मोदी ने रखी है। कॉलेज का नाम स्वातंत्र्य Veer Savarkar के नाम पर रखा जा रहा है। वीर सावरकर का नाम आते ही कांग्रेस पार्टी ने कॉलेज का विरोध करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि सावरकर के नाम पर कॉलेज का नाम नहीं होना चाहिए।सवाल सीधा है कि क्यों नहीं होना चाहिए? क्या देश के सभी कॉलेजों…
टेलीकॉम, वित्त, स्टॉक मार्केट, विनिवेश और टैक्स…अटल जी के वे आर्थिक सुधार जिन पर ज्यादा बात नहीं हुई
“मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं…लौटकर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं?” ऐसा कहने वाले देश के पूर्व प्रधानमंत्री Atal Bihari Vajpayee को उनकी 100वी जयंती पर नमन।देश उनकी जयंती पर सुशासन दिवस मनाता है। ऐसे में आइए विस्तार से समझते हैं कि क्या कारण है कि उनका जन्मदिन सुशासन दिवस बन गया? कैसे उन्होंने देश में सुशासन की नींव डाली और कैसे उनके आर्थिक सुधार इसका आधार बने।समझिए, आज भले ही कांग्रेस पार्टी देश में आर्थिक सुधारों का क्रेडिट लेने के लिए दो चार कोस दूर तक चली जाती है पर सच यह है कि 1995 आते-आते पार्टी…
गृह मंत्री अमित शाह ने संविधान पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में कहा था कि कांग्रेस आज अंबेडकर, अंबेडकर करती है लेकिन पहले कांग्रेस ने Ambedkar के साथ कैसा व्यवहार किया है, ये बात देश जानता है।कांग्रेस पार्टी और उनके इकोसिस्टम ने गृह मंत्री के बयान का पहला हिस्सा, कह सकते हैं आधा हिस्सा निकालकर सोशल मीडिया पर डाल दिया और यह प्रोपेगेंडा चला दिया कि गृह मंत्री ने डॉ. अंबेडकर का अपमान किया है।वैसे ऐसे काम करना पिछले कुछ वर्षों से कांग्रेसी राजनीति की धुरी बन चुका है पर यह भी आवश्यक है कि ऐसे प्रोपगंडा का फैक्ट चेक…
“बाना पहिरे सिंह का, चलै भेड़ की चाल |बोली बोले सियार की, कुत्ता खावै फाल ||”कबीरदास की इन पंक्तियों का भाव है कि जो जहाँ हैं वही रहिए। वे कहते हैं कि जो शेर का भेष रखता है, भेड़ की चाल चलता है और सियार की बोली बोलता है, एक दिन न एक दिन उसे कुत्ता नोच खाता है। राजनीतिक दलों के लिए तो ये पंक्तियां किसी मंत्र से कम नहीं हैं।अब कांग्रेस का हाल ही देख लीजिए। उनके मन में कुछ होता है, वे बोलते कुछ हैं और करते कुछ और ही हैं। कल राज्यसभा में बोलते हुए गृह…
1989 में अमिताभ बच्चन की एक फ़िल्म आई थी- मैं आजाद हूँ। फिल्म में एक जगह उनका एक संवाद कुछ यूँ है, “40 वर्ष में आप इंसान को एक ग्लास पानी नहीं दे सकते तो क्या कर सकते हैं आप?”आपको अगर लग रहा है कि चालीस साल बाद ये हाल था तो हम बता दें कि पैंसठ साल बाद भी यही हाल था, अर्थात, 2014 में भी देश के सभी नागरिकों के लिए पीने का पानी उपलब्ध नहीं था।आप यह जानकर डर जाएंगे कि 2019 तक देश के ग्रामीण क्षेत्र के सिर्फ 3.23 करोड़ घरों तक ही नल से जल…
“कल सियासत में भी मोहब्बत थी, आज मोहब्बत में भी सियासत है” अज्ञात शायर की ये पंक्ति आज भारतीय राजनीति पर एकदम सटीक बैठती है।नीचे की तस्वीर को बहुत ध्यान से देखिए। तस्वीर में अटल बिहारी वाजपेयी, पीवी नरसिम्हा राव और चंद्रशेखर तीनों नेता एक साथ बैठे दिखाई दे रहे हैं। आपस में कुछ बातचीत करते हुए, हँसते हुए दिखाई दे रहे हैं। याद रखिए, तीनों नेता अलग-अलग पार्टी के थे। तीनों की राजनीतिक विचारधारा अलग-अलग थी और तीनों नेता अलग-अलग समय में प्रधानमंत्री रहे चुके थे। इसके बाद भी तीनों के बीच में व्यक्तिगत स्तर पर कोई खटास नहीं…
“पूत सपूत तो का धन संचय, पूत कपूत तो का धन संचय” ब्रज में हर चौक-चौराहे पर आपको ये कहावत सुनाई दे जाएगी। इसका अर्थ हैं कि पुत्र अगर योग्य है तो उसके लिए धन इकठ्ठा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। वो अपना साम्राज्य स्वयं खड़ा कर लेगा। आगे की पंक्ति का अर्थ है कि अगर पुत्र अयोग्य है तो आप उसे कितना भी धन इकठ्ठा करके दे दो, वो सबकुछ बर्बाद कर देगा। उदाहरण के लिए Rahul Gandhi को देख लीजिए। उन्हें उनकी माता सोनिया गांधी से देश की सबसे पुरानी पार्टी मिली। उनके परिवार से इतनी बड़ी…
The Forum of Democratic leaders in the asia-pacific नाम से एक संगठन है। इसे शॉर्ट में FDL-AP बोलते हैं। इस संगठन का उद्देश्य जम्मू और कश्मीर को ‘स्वतंत्र राष्ट्र’ के तौर पर स्थापित करना है। ये संगठन आज भी जम्मू और कश्मीर को ‘स्वतंत्र राष्ट्र’ के तौर पर देखता है। FDL-AP को भारत विरोधी George Soros से फंडिंग होती है। यह जानकारी FDL-AP ने अपनी वेबसाइट पर दी है। जॉर्ज सोरोस से फंडिंग पाने वाला एक संगठन देश के मुकुट जम्मू और कश्मीर को अलग राष्ट्र मानता है। उसे स्वतंत्र राष्ट्र बनाना चाहता है। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है।…
“बिस्तिर्नो पारोरे, अशंख्य जोनोरेहाहाकार खुनिऊ निशोब्दे निरोबेबुढ़ा लुइत तुमि, बुढ़ा लुइत बुआ कियो?”असमिया भाषा में लिखी भूपेन हजारिका की इन पंक्तियों का हिंदी अर्थ है-“विस्तार है अपार…जनता दोनों पार…करे हाहाकार। निशब्द सदा, ओ नदी तुम, बहती हो क्यूँ?”हजारिका ने उस समय के असम की परिस्थितियों को देखते हुए- North East के हालातों को देखते हुए ये पंक्तियां लिखी थी। तब नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से बहुत दूर था। 2014 तक नॉर्थ ईस्ट को शायद जानबूझकर दूर ही रहने दिया गया लेकिन 2014 के बाद परिस्थितियां बदल गईं।अब दिल्ली नॉर्थ ईस्ट में दिखती है और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में। जी हाँ, राजधानी…