Author: आशीष नौटियाल
आज इस योजना के प्रभावी होने के लगभग 10 साल बाद देश में कुल 53.13 करोड़ जन-धन खाते खोले जा चुके हैं, जिसमें लोगों का लाखों करोड़ रुपया जमा हैं।
अमेरिका की ये परंपरा रही है कि जब भी उसने कहीं कुछ कांड किए , तब उसने पहले उन्हें ईविल साबित करने की कोशिश की, फिर उन पर नस्लीय हमले किए, फिर उनके विद्रोहियों के ज़रिए अपना काम निकालने का प्रयास और फिर अंत में वहाँ पर नरसंहार।
द न्यूयॉर्कर का, 24 जनवरी 2024 को इस अमेरिकी समाचार पत्र ने एक लेख लिखा है जिसका शीर्षक है ‘हाउ द हिंदू राइट ट्राइंफ्ड इन इंडिया’ How the Hindu Right Triumphed in India इसका हिन्दी अर्थ है कि भारत में दक्षिणपंथ कैसे जीत रहा है।
उस संन्यासी के समक्ष जब अल्प वय में रोज़गार और रोज़ाना का जीवन चुनने की बारी आई तब उनके मन में यही विचार था कि इस एक जीवन का जो उपहार उन्हें मिला है क्या उन्हें यह क्लर्क या स्कूल के मास्टर की नौकरी कर यूँ ही गँवा देनी चाहिए?
उन्हें बताएँ कि कैसे रहे होंगे वे राम जिन्होंने धर्म के लिए पिता की बात तक नहीं मानी, जिन्होंने जंगल का कठिन तप चुना, विरह-वेदना को चुना, रीछ-वानरों की मित्रता की, परम बलशाली होने के बावजूद ऐन मौक़े पर नल-नील की मादद को सर्वश्रेष्ठ माना।
फराह बेकर जो काम कर रही थी, वही काम हजारों और लोग भी उस वक्त कर रहे थे। ऐसे में सोचने की बात ये है कि इनमें से सिर्फ फराह बेकर ही क्यों पॉपुलर हुई?
अरब देशों में साल 1970 के 16 सितंबर से 27 सितंबर तक एक युद्ध चला था जिसे इतिहास में ‘ब्लैक सितंबर’ (Black September) के नाम से याद किया जाता है।
साल 2020 में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 50 हजारी मोस्ट वांटेड अपराधी धर्मेंद्र किरठल को देहरादून से STF ने गिरफ्तार कर लिया। धर्मेंद्र किरठल के खिलाफ 50 मुकदमे दर्ज हैं जिनमें केवल हत्या के 15 से ज्यादा मुकदमे हैं
डनलप की नीलामी, नैनो का पलायन: ज्योति बसु से ममता तक बंगाल में विदेशी यात्राओं से निवेश की लफ्फाजी
बंगाल कभी भारत में सबसे खुशहाल एवं समृद्ध भौगौलिक इलाकों में गिना जाता था, लेकिन उसके बाद कांग्रेस, कम्युनिस्ट विचारधारा और फिर ममता बनर्जी की तानाशाही ने इसे एक असफल प्रयोग में तब्दील कर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार कहा था कि वे भाग्यशाली हैं क्योंकि आजादी के इतने साल बाद भी इतने सारे काम करने बाकी हैं और उन्हें ही ये मौका मिल सका है।