बीते रविवार (4 सितंबर,2022) को संयुक्त अरब अमीरात में खेले जा रहे एशिया कप में एक रोमांचक मैच का समापन हुआ। भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी ओवर तक चले इस मैच में दर्शकों की सांसें थम गईं — जैसा इन दो देशों के बीच हर क्रिकेट मैच में अकसर होता रहा है।
मैच में भारत की हार हुई और पाकिस्तान की जीत, लेकिन मैदान के बाहर एक अलग खेल हो रहा था।
अर्शदीप से छूटा कैच
- भारत और पाकिस्तान के बीच काँटे का मुकाबला चल रहा था।
- पाकिस्तान की पारी के दौरान 18वें ओवर में अर्शदीप सिंह ने बल्लेबाज आसिफ अली का एक आसान कैच छोड़ दिया।
- इसके बाद से ही सोशल मीडिया में कई भारतीय प्रशंसकों ने नाराजगी जताई।
- जहां कुछ ने हँसी-मजाक किया तो कई आलोचना करते हुए उत्तेजित भी हो गए।
- आलोचकों के मध्य कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्हें अपना एजेंडा चलाना था।
खेल के बहाने एजेंडा
भारत में क्रिकेट किसी धर्म से कम नहीं समझा जाता। भारतीय क्रिकेट टीम अगर मैच हार जाए— विशेषकर पाकिस्तान से, तो आलोचना होनी तय ही है और रविवार देर रात खेल के बाद कुछ अलग भी हुआ।
सोशल मीडिया में एक धड़ा सक्रिय हो गया जो अर्शदीप सिंह को खालिस्तानी का ठप्पा देने में जुट गया। ऐसे लोगों ने ट्विटर पर एक मुहिम चलाते हुए माहौल बिगाड़ने की पूरी कोशिश करते हुए कई ट्वीट किए।
नौजवान खिलाडी अर्शदीप सिंह का विकीपीडिया पेज एडिट कर दिया गया। उनके नाम के पीछे ‘लांगड़ा’ लिख दिया गया, फिर उसके बाद बाजवा। विकीपीडिया पेज को ऐसे एडिट कर दिया गया मानो वह भारत का नहीं खालिस्तान का खिलाडी हो।
कौन थे यह एजेंडा चलाने वाले?
विकीपीडिया पेज एडिट और ट्विटर पर खालिस्तानी लिखने वाले यह लोग कौन और इनका मकसद क्या था, यह जानने के लिए हमने जांच-पड़ताल की।
विकीपीडिया, ज्ञान का एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसे कोई भी आसानी से एडिट कर सकता है लेकिन उतनी ही आसानी से एडिट करने वाले का पता भी चल जाता है।
जब हमने एडिट करने वाले की जानकारी निकाली तो पता चला की यह आईपी एड्रेस पाकिस्तान से था और पंजाब के मुर्रे शहर से चल रहा था।
ट्विटर पर कई लोगों ने भी यह जानकारी साझा करते हुए पाकिस्तानी करतूत के प्रति भारतीयों को आगाह किया।
एक सोशल मीडिया यूजर हस्सान बोरखारी ने ट्वीट किया, “अर्शदीप सिंह को विशेष धन्यवाद। वह हमारा आदमी था, चुपचाप खालिस्तान का साथ दे रहा एक सैनिक।”
आगे वह भविष्य में होने वाले नामुमकिन से एक सपने की बात लिख रहा है जब अर्शदीप खालिस्तानी टीम का नेतृत्व करते हुए अमृतसर में पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट मैच खेल रहा होगा।
जब हमने इस सोशल मीडिया यूजर की प्रोफाइल खोली तो इसमें लोकेशन पाकिस्तान की थी।
मोहम्मद शमी के खिलाफ भी चला था एजेंडा
इससे पहले भी भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के खिलाफ यही एजेंडा चलाया गया था।
2021 आईसीसी विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ भारत मैच हार गया था, जिसके बाद भारतीय टीम की बहुत आलोचना हुई थी। सोशल मीडिया में माहौल बहुत गरमा गया जब कुछ लोगों ने मोहम्मद शमी को देशद्रोही और पाकिस्तानी करार दिया।
बाद में खबर आई कि नफरत का प्रचार जिन ट्विटर हैंडल से हुआ वे पाकिस्तान से चलाए जा रहे थे, कई फेक हिन्दू नामों से आईडी बनाई गई और उत्तेजक ट्वीट किए गए।
हिन्दुओं पर मढ़ा दोष
सोशल मीडिया में अर्शदीप सिंह प्रकरण की खबर फैलने के बाद कई लोग ऐसे भी थे जो इसका सारा दोष भारत के हिन्दुओं पर मढ़ देना चाहते थे।
प्रोपगंडा पोर्टल ऑल्टन्यूज के सोशल मीडिया पर अभिषेक नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि, “भारत-पाकिस्तान मैच हारने के बाद, ट्रोल्स ने हमारे ही खिलाड़ी अर्शदीप के खिलाफ उन्हें खालिस्तानी कहकर द्वेषपूर्ण अभियान शुरू कर दिया।”
उन्होंने आरोप लगाते हुए लिखा कि ये लोग उसी विचारधारा से ताल्लुक रखते हैं जो सिखों और मुसलमानों को भारत का दोयम दर्जे का नागरिक मानता है।
जब हमने अभिषेक का ट्विटर प्रोफाइल चेक किया तो पता चला कि वह प्रोपगंडा पोर्टल ऑल्टन्यूज के पत्रकार निकले।
पाकिस्तान के अराजक तत्वों द्वारा भारतीय समाज में उन्माद पैदा करने की लगातार कोशिश जारी रहती है लेकिन दुश्मन उतना नुकसान नहीं देता जितना घर का भेदी आघात कर जाता है।