आपने यह अवश्य सुना होगा कि देश में Muslim डरे हुए हैं? मुसलमानों को डराया जा रहा है? टीवी पर, अख़बारों के लेखों में, सोशल मीडिया पर, यूट्यूब पर, दोस्तों से या फिर किसी और माध्यम से कहीं ना कहीं, कभी ना कभी आपने अवश्य सुना होगा कि मुसलमान डर के साए में रह रहे हैं। ऐसे में अब आप इस छोटी-सी वीडियो को देखिए;
आप कहेंगे कि ये 2012 का वीडियो है। सही बात है, ये वीडियो 2012 का है। जब AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने देश के हिंदुओं को धमकी देते हुए 15 मिनट के लिए पुलिस हटाने की बात कही थी ये तभी का वीडियो है। अब आप इस वीडियो को देखिए;
ये वीडियो 2024 का है, अभी कुछ दिन पहले का- जब महाराष्ट्र की एक रैली में अकबरुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर 15 मिनट वाले भाषण को दोहराया। अब आप कह सकते हैं कि अकबरुद्दीन ओवैसी इस तरह के भाषण देते हैं, असदुद्दीन नहीं देते, तो आप एक छोटा-सा वीडियो और देखिए;
यह वीडियो 13 नवंबर का है। महाराष्ट्र के सोलापुर में बोलते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कैसे 15 मिनट की बात की वो आपने सुना, क्या अभी भी आपको लगता है कि देश के मुसलमान डरे हुए हैं?
2012 से लेकर आजतक अपने भाषणों में ओवैसी बंधु 15 मिनट की बात बार-बार दोहराकर देश के बहुसंख्यकों को धमकाते दिखाई दे रहे हैं, फिर भी Muslim डरे हुए हैं?
जब असदुद्दीन ओवैसी हिंदुओं को धमकाने के साथ-साथ भोले बनने का नाटक कर रहे हैं तब उनके बैकग्राउंड में देश के संविधान का कवर दिखाई दे रहा है।
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राजनीति के जानकार कहते हैं कि संविधान की आड़ जो भी ले रहे हैं, वे अंदर से ओवैसी की तरह हिंदुओं के प्रति नफरत से भरे हुए हैं, वे संविधान को ढाल बनाकर अपनी राजनीति और निहित स्वार्थों की पूर्ति करना चाहते हैं।
यह भी याद रखिए कि असदुद्दीन ओवैसी जब 15 मिनट की धमकी हिंदुओं को दे रहे थे, उससे कुछ देर पहले ही स्टेज पर उन्हें भड़काऊ भाषण के लिए पुलिस ने नोटिस दिया था।
अब आप समझिए कि वे कितने डरे हुए हैं, स्टेज पर नोटिस मिलने के बाद दोबारा हिंदुओं को धमकी देते दिखाई दे रहे हैं।
यह भी ध्यान में रखिए कि अकेले ओवैसी बंधु हिंदुओं को धमकी देते दिखाई नहीं दे रहे हैं बल्कि हर दूसरे, तीसरे दिन कोई ना कोई मौलाना-मौलवी या फिर मुस्लिम नेता, सांसद, विधायक इस तरह की धमकी देता दिखाई दे जाता है।
दो दिन पहले ही मौलवी तौकीर रजा खान ने कहा है कि हम सड़कों पर उतर आए तो तुम्हारी रूह काँप जाएगी। इससे पहले टीएमसी विधायक हुमायूँ कबीर भी धमकी दे चुके हैं और भी तमाम बयान बीच-बीच में आते रहते हैं। सवाल एक बार फिर वही है, क्या ये डरे हुए Muslim हैं?
इसके साथ ही यह भी याद रखिए कि ओवैसी बंधुओं की धमकी पर या फिर दूसरे मौलाना, मौलवियों की धमकी पर कोई चर्चा नहीं होती। कोई हंगामा नहीं होता। पूरा इकोसिस्टम मौन साध लेता है।
दूसरी तरफ जब पीएम मोदी ‘एक हैं तो सेफ हैं’ की बात करते हैं या फिर सीएम योगी ‘बटेंगें तो कटेंगे’ की बात करते हैं तब इकोसिस्टम रबड़ की तरह उछलने लगता है।
इस आधार पर एक बात कही जा सकती है कि देश का मुसलमान डरा नहीं है बल्कि उसे डरा हुआ दिखाया जा रहा है, जिससे कि उसके नाम पर राजनीतिक रोटियां सेकी जा सकें।