अमेरिका ने सोमवार ( जून 5, 2023) को भारत को एक जीवंत लोकतंत्र बताते हुए कहा कि नई दिल्ली की यात्रा करने वाला कोई भी व्यक्ति यह देख सकता है कि भारत में लोकतंत्र जीवंत है।
दरअसल, भारत में लोकतंत्र पर अमेरिका के चिंतित होने के संबंध में पूछे गए प्रश्न पर व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सामरिक संचार के समन्वयक जॉन किर्बी ने कहा कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र है। कोई भी जिसे आप जानते हैं वो अगर वो नई दिल्ली की यात्रा पर है तो वो इसे अपनी आंखों से देख भी सकता है। निश्चित रूप से मैं यह उम्मीद करता हूं कि लोकतांत्रिक संस्थानों की ताकत एवं स्वास्थ्य चर्चा का हिस्सा बन रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के स्टेट विजिट पर जाने वाले हैं। यह आधिकारिक यात्रा अमेरिकी सरकार द्वारा निमंत्रण के मिलने पर की जाती है। व्हाइट हाउस 22 जून को पीएम मोदी के लिए राजकीय रात्रिभोज की मेजबानी करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी की महत्वपूर्ण यात्रा से पूर्व किर्बी ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन कभी भी उन चिंताओं को व्यक्त करने से नहीं कतराता है जिसका संभावित रूप से कारण हम हों। दोस्तों के साथ इसी तरह का व्यवहार करना चाहिए।
किर्बी ने प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को लेकर कहा कि भारत अमेरिकी संबंधों में जो वर्तमान में स्थिति है यह उसको आगे बढ़ाने में मददगार होगी। अमेरिका को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा एक गहरी, मजबूत साझेदारी और आगे बढ़ने वाली दोस्ती कायम करेगी।
उल्लेखनीय है कि एक प्रेस वार्ता के दौरान किर्बी ने भारत को कई स्तरों पर अमेरिका का मजबूत साझेदार कहा। यूएस अधिकारी का कहना है कि भारत हिंद-प्रशांत सुरक्षा मामले में क्वाड का सदस्य एवं अमेरिका का साझेदार है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन दोनों देशों के बीच साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए पीएम मोदी की यात्रा से उम्मीद लगाए हुए हैं।
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किर्बी ने भारत-अमेरिकी संबंधों पर बात करते हुए कहा कि भारत संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ कई स्तरों पर एक मजबूत भागीदार है। शांगरी-ला में सचिव ऑस्टिन नेके द्वारा अतिरिक्त रक्षा सहयोग की घोषणा की है। हम भारत के साथ आगे बढ़ने जा रहे हैं। बेशक, हमारे दोनों देशों के बीच बहुत अधिक आर्थिक व्यापार है। भारत प्रशांत क्वाड का सदस्य है और सुरक्षा के संबंध में एक प्रमुख मित्र और भागीदार है।
किर्बी का कहना है कि भारत-अमेरिकी रिश्तों की मजबूती दर्शाने के लिए उनके पास अनगिनत कारण हैं। अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, भारत निश्चित रूप से दोनों देशों के बीच न केवल द्विपक्षीय रूप से, बल्कि बहुपक्षीय रूप से बहुत सारे स्तरों पर मायने रखता है। राष्ट्रपति बाइडेन सभी मुद्दों के बारे में साझेदारी और दोस्ती को आगे बढ़ाने और गहरा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से बात करने के लिए बहुत उत्सुक हैं।
बता दें कि 5 जून को, अमेरिकी रक्षा सचिव ऑस्टिन ने अपनी भारत यात्रा का समापन किया था। अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने यूएस-इंडिया साझेदारी को एक मुक्त और खुले इंडो-पैसिफिक की “आधारशिला” करार दिया। उन्होंने कहा कि नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने में दोनों देशों की अनूठी भूमिका है।
ऑस्टिन ने अपनी यात्रा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित करते हुए कहा था कि; मेरी पिछली 2021 की यात्रा के बाद से भारत और अमेरिका के बीच वैश्विक एवं रणनीतिक भागीदारी में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। वैश्विक कल्याण कि दिशा में भारत ने तकनीक, सुरक्षा एवं सैन्य सहयोग में अपने रिश्तों को और अधिक मजबूत कर लिया है।
अपनी यात्रा के दौरान ऑस्टिन ने एनएसए अजीत डोवाल से भी मुलाकात की थी। जिसमें उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सैन्य सहयोग में तकनीकी नवाचार एवं समुद्री सैन्य क्षमता बढ़ाने पर चर्चा की थी।
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