भारत और अमेरिका के आपसी रिश्ते पिछले कुछ सालों में काफी गहरे हुए हैं। विशेषतया जब से प्रधानमंत्री मोदी ने देश की सत्ता संभाली है तबसे इनमें और तेजी आई है। अमेरिका की तरफ से भी भारत के सहयोग के काफी कदम देखने को मिले हैं।
अमेरिका हालाँकि, भारत के साथ अपना दोहरा रवैया नहीं छोड़ पा रहा, पिछले कुछ समय में पाकिस्तान को उसके लड़ाकू विमान F-16 के लिए कल-पुर्जे देने की बात हो या फिर करीब 10 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त मदद, इन सब से भारत और अमेरिका के बढ़ते रिश्तों में कहीं ना कहीं एक ठहराव की स्थिति पैदा होती है।
अमेरिका की यात्रा पर गए भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने भी इन सब मामलों पर खुल कर बात की है। उन्होंने अमेरिकी मीडिया के भारत विरोधी रवैये को भी निशाने पर लेते हुए उसे जम कर लताड़ा है।
पाकिस्तान को मदद अब भी जारी
इसी सितम्बर माह की शुरुआत में बाईडेन प्रशासन ने पाकिस्तान को 450 मिलियन डॉलर की कीमत वाले F-16 के रखरखाव वाले प्रोग्राम को मंजूरी दी थी। बाईडेन प्रशासन ने यह फैसला ट्रम्प सरकार के उस फैसले को पलटते हुए लिया जिसमें उन्होंने कहा था कि किसी भी तरह की सैन्य सहायता पाकिस्तान को नहीं दी जाएगी।
इन्डियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार इस बाबत सवाल पूछे जाने पर अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान, अमेरिका की आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में अहम भागीदार रहा है। यह रखरखाव वाला पैकेज उनकी आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को जारी रखने में मदद करेगा। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि इस पैकेज के तहत किसी तरह की नई क्षमताएँ पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों को नहीं दी जा रहीं हैं।
इस मदद पर पर भारत ने अपनी चिंताएं जाहिर की थी। अब अमेरिका में मदद मांगने के उद्देश्य से गए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के साथ एक बैठक के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने पाकिस्तान को 10 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त मदद देने का वादा किया है।
यह मदद पाकिस्तान को खाद्य सुरक्षा के नाम पर दी जा रही है। पाकिस्तान को इसके अतिरिक्त पहले से ही अमेरिका 56.5 मिलियन डॉलर की मदद की घोषणा कर चुका है। अमेरिका के विदेश मंत्री ने इस मौके पर कहा कि हम पाकिस्तान के लिए खड़े हैं जैसे पहले हम हमेशा खड़े रहे हैं।
जयशंकर ने कहा – आप किसी को मूर्ख नहीं बना रहे
10 दिवसीय दौरे पर अमेरिका गए हुए भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने भारतवंशियों से बात करते हुए अमेरिका के द्वारा पाकिस्तान को F-16 लड़ाकू विमानों के रखरखाव की मदद पर बात की। उन्होंने उन तर्कों की धज्जियां उड़ाते हुए जिनमें यह कहा गया था कि यह पैकेज आतंकवाद से लड़ने के लिए है पर कहा कि, “ सब जानते हैं इन विमानों की क्या काबिलियत है और इनका कहाँ उपयोग होता है, आप यह सब बाते कह कर किसी को मूर्ख नहीं बना रहे”।
उन्होंने पाकिस्तान और अमेरिका के संबंधों पर बात करते हुए कहा कि ना इन संबंधों से अमेरिका का भला हुआ है और ना ही पाकिस्तान का। इस बारे में अमेरिका को विचार करना चाहिए।
अमेरिका की पाकिस्तान को सलाह – जिम्मेदाराना व्यवहार करें
अमेरिका और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की वार्ता के बाद साझा बयान के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने पाकिस्तान को सलाह दी कि भारत के साथ जिम्मेदाराना व्यवहार करें।
हालाँकि, उन्होंने इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहा पर उनके इस बयान का यह मतलब निकाला जा रहा है कि लगातार सीमापार से आतंकी गतिविधियों का पाकिस्तान द्वारा संचालन अमेरिका को रास नहीं आ रहा है।