उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का ट्विटर पर ही फैक्ट चेक हो गया है। सोशल मीडिया यूजर्स ने अखिलेश यादव को झूठ फैलाने वाला कहा है। पूरा मामला उत्तर प्रदेश नोएडा में एक प्रमुख सड़क पर नए ‘यू-टर्न’ के निर्माण से संबंधित है। दरअसल दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहर नोएडा की अधिकारी ऋतु माहेश्वरी के एक ट्वीट पर अखिलेश यादव के एक ट्वीट से यह बहस शुरू हुई। वह नोएडा अथॉरिटी की सीइओ हैं।
माहेश्वरी ने 31 मार्च को ट्विटर पर एक जानकारी देते हुए लिखा कि 99.71 लाख रुपए की लागत से सेक्टर 67-70 के बीच सड़क पर एक नए यू-टर्न का निर्माण किया गया है जिससे लोगों को अब आसानी होगी और इससे आवाजाही में लगने वाले समय में भी बचत होगी।
नोएडा अथॉरिटी ने भी इस पर जानकारी देते हुए बताया कि एक यू-टर्न बनने के अलावा 37 फीसदी काम पूरा हो चुका है और शेष काम जारी है।
इस ट्वीट को लेकर ही उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लिखा कि 1 करोड़ रुपए सिर्फ एक यू टर्न के निर्माण में कैसे लग गए? इस भ्रष्टाचार को पूछने वाले को देखते ही भाजपा सरकार यू टर्न ले लेगी। इसी को लेकर अखिलेश यादव को सोशल मीडिया यूजर्स ने जानकारी दुरुस्त करने की बात कही।
लोगों ने अखिलेश यादव के इस दावे का फैक्ट चेक करते हुए कहा कि यह धनराशि सिर्फ एक यू टर्न के निर्माण में नहीं बल्कि इसमें सम्मिलित कई कामों की धनराशि है।
इसको लेकर स्वयं ऋतु माहेश्वरी ने भी लिखा कि यह धनराशि 4 यू टर्न, 100 मीटर रोड के चौड़ीकरण और 1,200 मीटर के फुटपाथ पर टाइल लगाने के काम की है। उन्होंने लिखा कि इन सभी कामों में से अभी 37% काम पूरा हुआ है और बाकी पर काम चल रहा है।
इस पर उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ने लिखा कि आपके और राहुल गांधी के बीच झूठ बोलने की प्रतिस्पर्धा में होड़ लगी हुई है।
राजुल वर्मा नाम एक यूजर ने अखिलेश यादव पर ओछी राजनीति करने के आरोप भी लगाए।
यह भी पढ़ें:फैक्ट चेक: झूठ है काशी विश्वनाथ मंदिर में ‘स्पर्श दर्शन’ पर शुल्क की खबर