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Home » ब्रिटिश समाचार पत्र Financial Times की ‘कलाकारी’ पर अडानी समूह ने सामने रख दिया 4 साल का हिसाब-किताब
आर्थिकी

ब्रिटिश समाचार पत्र Financial Times की ‘कलाकारी’ पर अडानी समूह ने सामने रख दिया 4 साल का हिसाब-किताब

अर्पित त्रिपाठीBy अर्पित त्रिपाठीApril 12, 2023No Comments4 Mins Read
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Adani Group lashes out at Financial Times
अडानी समूह ने फाइनेंशियल टाइम्स की खबर का खंडन किया है
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अडानी समूह ने आर्थिक जगत के एक नामी ब्रिटिश समाचार पत्र फाइनेंशियल टाइम्स (Financial Times) द्वारा 22 मार्च 2023 को प्रकाशित एक समाचार पर अपना जवाब दिया है। फाइनेंशियल टाइम्स ने 22 मार्च को ‘Indian data reveals Adani empire’s reliance on offshore funds’ शीर्षक से एक खबर प्रकाशित की थी।

ब्रिटिश समाचार पत्र फाइनेंशियल टाइम्स ने भारत के FDI के आँकड़ों उठाते हुए यह रिपोर्ट पब्लिश की थी। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि हाल के वर्षों में अडानी ग्रुप में जितना विदेशों से इन्वेस्टमेंट आया है, उसका लगभग आधा हिस्सा उनके परिवार से जुड़ी ऑफशोर कंपनियों से ही आया है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि, ‘अडानी और उनके परिवार से जुड़ी ऑफशोर कंपनियों ने 2017 से 2022 के बीच अडानी ग्रुप में कम से कम 2.7 अरब डॉलर का इन्वेस्ट किया है’।

फाइनेंशियल टाइम्स द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट
Financial Times द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट

फाइनेंशियल टाइम्स ने यह भी कहा कि इसी निवेश के चलते अडानी समूह अपनी तरक्की को इतना मजबूत बनाने में सक्षम हुआ है। फाइनेंशियल टाइम्स ने इस रिपोर्ट में कई कम्पनियों के नाम भी बताए थे।

अब अडानी समूह ने इस ब्रिटिश अख़बार का जवाब दिया है। समूह ने फाइनेंशियल टाइम्स के संपादक को एक पत्र लिखते हुए विदेशी निवेश की जानकारी सामने रखी है। समूह ने कहा है कि फाइनेंशियल टाइम्स द्वारा प्रकाशित की गई यह खबर अडानी समूह और अडानी परिवार को गलत तरीक़े से दिखाने का एक नियोजित प्रयास है। अडानी समूह ने कहा कि फाइनेंशियल टाइम्स ने आधे तथ्य ही सामने रखे हैं।

यह भी पढ़ें: क्या अडानी के सहारे लग पाएगा विपक्ष का बेड़ा पार?

समूह को प्राप्त हुए विदेशी निवेश के बारे में भी जानकारी इस बयान में दी गई है। अडानी समूह ने कहा है कि उसने 18 और 23 जनवरी 2021 को अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में 20% हिस्सेदारी, फ्रांस की कम्पनी टोटल एनर्जी को बेचकर जुटाए थे। अडानी समूह ने कहा है कि इस बात की खबर इस समाचार पत्र ने भी प्रकाशित की थी, लेकिन खबर लिखे जाने पर इस तथ्य को नजरअंदाज किया गया।

इसके अतिरिक्त अक्टूबर, 2019 में अडानी समूह ने समूह की कंपनी अडानी टोटल गैस लिमिटेड में 37.4% हिस्सा बेच कर कर 700 मिलियन डॉलर जुटाए थे। ब्रिटिश समाचार पत्र ने इस खबर को भी नजरअंदाज किया।

इसके पश्चात जुटाए गए यह फंड्स वापस समूह की वृद्धि के लिए इसमें निवेश किए गए थे। यह निवेश पाने वाली अडानी एंटरप्राइज लिमिटेड, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनोमिक जोन लिमिटेड एवं अडानी पॉवर जैसी कंपनिया थी।

अडानी समूह ने कहा है कि फाइनेंशियल टाइम्स एक तरफ अपनी खबर में कहता है कि विश्लेषण से यह सामने आया है अडानी समूह में विदेशी निवेश करने वाली कंपनियां समूह की प्रमोटर हैं।

इसका अर्थ है कि यह कंपनियां अडानी समूह और परिवार से जुड़ी हुई हैं। वहीँ दूसरी तरफ फाइनेंशियल टाइम्स कहता है कि मॉरिशस की अनजान कंपनियों से आने वाला निवेश चिंताजनक है।

अडानी समूह ने इस बात पर हैरानी जताते हुए कहा है कि यदि एक जगह पर फाइनेंशियल टाइम्स यह लिखता है कि विदेशी निवेश अडानी समूह की प्रमोटर होल्डिंग्स से आया है तो फिर बाद में वह यह क्यों कह रहा है कि यह कंपनियां अनजान हैं।

यह भी पढ़ें:सुप्रीम कोर्ट ने अडानी-हिंडनबर्ग मामले में किया जाँच कमिटी का गठन, नंदन नीलेकणी समेत होंगे 6 सदस्य

अडानी समूह ने फाइनेंशियल टाइम्स से यह खबर हटाने को कहा है और कहा है कि इस खबर से समूह कि प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। समूह ने यह भी कहा है कि इससे बाजार में गलतफहमी का माहौल पनपा है और इस मुद्दे को राजनीतिक बल भी मिला है इसलिए हम यह सारी जानकारी जनता के बीच रख रहे हैं।

खबर लिखे जाने तक फाइनेंशियल टाइम्स ने अडानी समूह के विषय में छपी खबर को अपनी वेबसाइट ने नहीं हटाया है।

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