26/11 हमलों के प्रमुख साजिशकर्ताओं में से एक और संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी हाफिज अब्दुल सलाम भुट्टवी की पाकिस्तान की एक जेल में सोमवार (29 मई, 2023) को मौत हो गई। वह भारत में कई आतंकी हमले कराने वाले आतंकी संगठनों लश्कर ए तैयबा ( और जमात उद दावा में नम्बर दो था।
अब्दुल सलाम की मृत्यु का कारण हृदयाघात बताया जा रहा है। उसकी उम्र 78 वर्ष थी। उसे पंजाब की एक जेल में रखा गया था जहाँ पर वह आंतकी गतिविधियों को वित्तीय सहायता पहुंचाने के लिए 16 वर्ष की सजा काट रहा था। उसे यह सजा वर्ष 2020 में सुनाई गई थी।
अब्दुल सलाम मुंबई पर वर्ष 2008 में हुए हमलों में शामिल था, उसने ही भारत में आकर हमला करने वाले आतंकियों को प्रशिक्षण दिलाया था। वह आतंकी सरगना हाफिज सईद का नम्बर दो था। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, हाफिज सईद की अनुपस्थिति में उसे दोनों आतंकी संगठनों का अमीर घोषित किया गया था।
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अब्दुल को वर्ष 2012 में संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा महासभा द्वारा प्रतिबंधों वाली सूची में डाला गया था। पाकिस्तान ने एक दशक से अधिक मुंबई हमलों के आरोपितों पर कोई कार्रवाई ना करने के बाद वर्ष 2020 में FATF के डर से अब्दुल सलाम और उसके दो अन्य साथियों को सजा सुनाई थी।
भुट्टवी की मुख्य जिम्मेदारी इन आतंकी संगठनों द्वारा चलाए जाने वाले मदरसों की थी। पाकिस्तान ने इन आतंकियों पर कार्रवाई का दिखावा करने के बाद वर्ष 2020 में ही सईद समेत भुट्टवी का भी बैंक खाता चालू कर दिया था, कुछ समय के लिए यह खाते फ्रीज किए गए थे।
इससे पहले वर्ष 2011 में अंतरराष्ट्रीय दबाव में पाकिस्तान ने भुट्टवी पर कार्रवाई करने का दिखावा किया था। पाकिस्तान से उसके अंतिम संस्कार के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि उसका अंतिम संस्कार पाकिस्तान के मुरीदके शहर में किया गया।
भुट्टवी के आका हाफिज सईद पर भी पाकिस्तान ने कार्रवाई का दिखावा किया है। उसे पिछले वर्ष आतंकी गतिविधियों को वित्तीय सहायता देने के लिए 31 वर्ष की सजा सुनाई गई थी। इससे पहले उसे वर्ष 2020 में भी सजा सुनाई गई थी।
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