दिल्ली की आम आदमी पार्टी की केजरीवाल ने देश की राजधानी में बाढ़ और जलभराव के बाद पैदा हुई स्थितियों के कुप्रबन्धन की फजीहत से बचने के लिए नई कहानी बताई है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया है कि यमुना के बहाव को नियंत्रित करने वाले हथिनी कुंड बैराज से दिल्ली की तरफ जानबूझ कर पानी छोड़ा गया है जबकि उत्तर प्रदेश की तरफ की नहर सूखी है।
संजय सिंह ने दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ वीडियो दिखा कर यह दावा किया है कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमा पर यमुना नदी के प्रवाह को प्रबंधित करने के लिए बने हथिनी कुंड बैराज से उत्तर प्रदेश की तरफ जाने वाली नहर में पानी नहीं छोड़ा गया जबकि मुख्य नदी जो कि दिल्ली की तरफ आती है उसमें लगातार पानी छोड़ा गया।
हालाँकि, संजय सिंह के इस दावे की पोल लोगों ने ही खोल दी। संजय सिंह द्वारा किए गए दावे में कई गलतियां और कुतर्क थे। संजय सिंह और आम आदमी पार्टी ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें नदी के मुख्य बहाव की तुलना उससे कहीं छोटी नहर से की गई है। गौरतलब है कि हथिनी कुंड बैराज से सीधे पानी नदी के रास्ते जाता है और इसमें पूर्वी और पश्चिमी दो नहरें बनाई गईं हैं।
संजय सिंह का कहना है कि इसी बैराज से ईस्टर्न नहर यानी पश्चिमी नहर में पानी क्यों नहीं छोड़ा गया बल्कि दिल्ली की तरफ पानी छोड़ा गया। असलियत यह है कि हथिनी कुंड कोई बाँध नहीं बल्कि बैराज है जो मात्र पानी के बहाव को नियंत्रित कर सकता है ना कि उसे रोक सकता है। इसके अतिरिक्त, दिल्ली की तरफ यमुना नदी ही जाती है जो कि पूरे नदी बेसिन में चलती है जबकि नहरों की अपनी एक निर्धारित क्षमता है।
संजय सिंह अपने दावे में यह बात भी भूल गए कि मानसून में अपने साथ नदियाँ बहुत सारा सिल्ट बहाकर लाती हैं इसलिए उनका पानी नहरों को नहीं दिया जा सकता। सिल्ट वाला पानी नहरों की तलहटी को जाम करता है और उनकी क्षमता घट जाती है। एक यूजर ने आम आदमी पार्टी को पंजाब का एक वीडियो भी रिप्लाई किया जिसमें नहरें बंद हैं।
यमुना नदी उत्तराखंड के यमुनोत्री ग्लेशियर से निकल कर हिमाचल के रास्ते होते हुए हरियाणा और उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है और फिर दिल्ली को जाती है जिसके पश्चात वह वापस उत्तर प्रदेश में आती है। वर्तमान में हिमाचल में भारी बारिश हो रही है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी भारी बारिश हुई है और यमुना का जलस्तर बढ़ा है। ऐसे में किसी बैराज के रास्ते पानी को रोकने का प्रश्न नहीं उठता।
आम आदमी पार्टी द्वारा जारी किए गए हथिनी कुंड बैराज के वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि दिल्ली की तरफ जाने वाले बहाव को नियंत्रित करने के लिए बैराज के कुछ गेट बंद हैं। हथिनी कुंड में 18 गेट हैं। इसका अर्थ यह है कि पानी के बहाव को अपने स्तर पर नियंत्रित भी किया जा रहा है लेकिन आम आदमी पार्टी के सांसद ने केजरीवाल की नाकामी का जिम्मा हथनीकुंड बैराज पर डाला है।
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